व्यापारियों को वोट बैंक और नोट बैंक समझने वाले सियासी दलों को व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने अपने एजेंडे मे छोटे और मंझोले व्यापारियों का ध्यान नही रखा तो परिणाम गंभीर होंगे. लखनऊ में व्यापारी स्वाभिमान महासम्मेलन में ये हुंकार भरी गई.