जातीय और धार्मिक आधार पर विभाजन की राजनीति आज भी इटावा के लोगों को बांट रही है. इलाके में भ्रष्टाचार और गुंडई का बोलबाला है. रोड की हालत खास्ता है. उद्योग ठप पड़े हैं. देखिए यूपी के चुनावी दंगल के बीच क्या सोचते हैं इटावा के बाशिंदे...