हालांकि, प्याज की कीमतें गिर गई हैं, लेकिन प्याज अभी भी महंगाई का प्रतीक बना हुआ है. तभी सूरत में एक संस्था ने नारा दिया खून दो प्याज लो, जहाँ खून देने पर एक कीलो प्याज उपहार में दिया जा रहा था.