उत्तरकाशी के धराली में आई आपदा के बाद राहत और बचाव का काम जारी है। अभी तक 500 से ज़्यादा लोगों को बचाया जा चुका है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने राहत कार्यों का जायज़ा लिया। उन्होंने गंगोत्री में फंसे लोगों से मुलाकात की और उन्हें दिलासा दिलाया। आपदा के कारण घर, होटल, होम स्टे, मंदिर, बाइक, कार और अन्य वाहन मलबे में दब गए हैं। इसरो द्वारा जारी की गई तस्वीरों से तबाही का अंदाज़ा होता है, जिसमें 13 जून 2024 और 7 अगस्त 2025 की खीरघाट की स्थिति की तुलना की गई है। खीरघाट पूरी तरह से भागीरथी में मिल गई दिखती है। एक महिला ने मुख्यमंत्री को अपना दुपट्टा फाड़ कर राखी बांधी। मुख्यमंत्री ने कहा, "उनका हर प्रकार से हम लोग पुनर्वास करेंगे। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में उनकी प्रेरणा से हम हर संभव सहायता उस क्षेत्र के लोगों के लिए करेंगे।" सेब की खेती और बिजली की लाइनें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। एयरटेल का नेटवर्क और इंटरनेट कनेक्टिविटी बहाल हो गई है, लेकिन सड़कें खुलने में अभी समय लगेगा।