उत्तरकाशी में फंसे लोगों के परिजनों ने देहरादून में प्रदर्शन कर सड़कों पर जाम लगा दिया है. पीड़ितों के परिजनों ने सरकार के ऊपर श्रद्धालुओं और सैलानियों को पर्याप्त राहत और मदद ना पहुंचाने का आरोप लगाया है.
कुदरत के कहर में फंसे लोगों के परिजनों ने देहरादून एयरपोर्ट के बाहर नारेबाजी की. वे लोग सूबे की विजय बहुगुणा सरकार के खिलाफ लगाए नारे लगा रहे थे. परिजन अपनों को जल्द से जल्द सुरक्षित जगह पहुंचाने की मांग कर रहे थे.
उत्तराखंड के जोशीमठ में सीएम विजय बहुगुणा साहब को लोगों के गुस्सा का सामना करना पड़ा. जोशीमठ के निर्दलीय विधायक राजेंद्र शाह और मुख्यमंत्री के बीच जमकर बहस हुई. लोगों का आरोप था कि इतनी बड़ी आपदा आने के बाद भी प्रशासन सुस्त पड़ा है.
आईटीबीपी के मुताबिक बद्रीनाथ में अब भी करीब 10,000 लोग फंसे हुए हैं. जोशीमठ से आगे करीब पांच से छह किलोमीटर तक रास्ता टूटा हुआ है. बद्रीनाथ से अभी सिर्फ हेलिकॉप्टर से लोगों को निकाला जा रहा है.
उधर, वायुसेना ने उत्तराखंड के रेस्क्यू ऑपरेशन में युद्धस्त र का जोर लगा दिया है. राहत में 45 हेलीकॉप्टर्स लगाए हैं. लगभग 10,000 जवान लोगों को सुरक्षित निकालने में जुटे हुए हैं, फिर भी विषम परिस्थितियों और खराब मौसम के चलते हजारों लोगों को निकाल पाना मुश्किल हो रहा है.