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'ग्राहक ने मुझे खंभे से बांध दिया...' द‍िव्यांग फूड ड‍िलीवरी बॉय ने सुनाई आपबीत‍ी

'ग्राहक ने मुझे खंभे से बांध दिया...' द‍िव्यांग फूड ड‍िलीवरी बॉय ने सुनाई आपबीत‍ी

मेरा स्वाभिमान में अब हम आपको 40 वर्ष के विनोद कुमार वर्मा की कहानी दिखाते हैं. विनोद इन दिनों Delivery Boy की नौकरी करते हैं. अपनी बैटरी वाली Tri-Cycle में बैठकर दिन में 8 से 10 घंटे की नौकरी इनकी दिनचर्या का हिस्सा है. उनका स्वाभिमान कहता है कि वो मेहनत की रोटी खाएं. कभी किसी के आगे हाथ ना फैलाएं. लेकिन, Delivery Boy के रुप में काम करने का उनका अनुभव कहता है कि पढ़े लिखे सभ्य समाज के कई लोगों को गरीब दिव्यांग Delivery Boy स्वीकार नहीं है. विनोद की बातें सुनकर आपका भी दिल पसीज जाएगा.

In Mera Swabhiman we now show you the story of 40 years old Vinod Kumar Verma. Vinod works as a Delivery Boy these days. Sitting in the Tri-Cycle with its battery, working 8 to 10 hours a day is part of their daily routine. His self-respect says that he should eat the bread of hard work. Watch

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