गोरखपुर अस्पतालों में बच्चों की मौत के बाद से यूपी में माहौल गर्माया हुआ है. सड़क से विधानसभा तक योगी सरकार के खिलाफ आवाजें उठ रही हैं. कानून-व्यवस्था के सवाल पर हो रहे हमलों के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद क़ानून व्यवस्था की कमान संभाल ली है.
योगी आदित्यनाथ आगामी त्योहारों को लेकर शनिवार को अफसरों की पेंच कसेंगे. योगी आदित्यनाथ वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के ज़रिये मण्डल और ज़िला स्तर के अफसरों से बात भी करेंगे.
वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग का मकसद अफसरों को प्रदेश में अपराध रोकने के लिए ब्लूप्रिंट तैयार करने का आदेश देना है. शनिवार रात 8.30 बजे योगी आदित्यनाथ योजना भवन से वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग करेंगे. योगी वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिए मोहर्रम, नवरात्रि और दशहरा पर सुरक्षा और क़ानून व्यवस्था की समीक्षा करेंगे.
वहीं यूपी में कानून व्यवस्था पटरी पर आती नहीं दिख रही है. पिछले कुछ महीनों में कई बड़ी वारदातें हुई हैं. आगरा में बीजेपी नेता नाथूराम वर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वहीं ग्रामीणों ने एक आरोपी को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार डाला था.
लगातार कर रहे हैं बैठक
सीएम पद की कमान संभालने के बाद योगी आदित्यनाथ कानून व्यवस्था को लेकर लगातार प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं. यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार एक्शन में दिख रहे हैं और उनकी इस सक्रियता का असर प्रशासन पर भी दिख रहा है. कानून-व्यवस्था में सुधार के योगी के आदेश के बाद यूपी का प्रशासन हरकत में आ गया है. इससे पहले हुई बैठक में योगी आदित्यनाथ ने बड़े अधिकारियों को कानून व्यवस्था सुधारने के लिए रोड मैप तैयार करने का आदेश दिया था.
गौरतलब है कि यूपी में चुनाव के दौरान बीजेपी ने जोरशोर से प्रदेश में खराब कानून-व्यवस्था का मसला उठाया था. बीजेपी द्वारा बार-बार यह कहा गया कि प्रदेश में महिला हो, व्यापारी या आम जन कोई भी सुरक्षित नहीं है. इसलिए बीजेपी की सरकार बनने के बाद कानून-व्यवस्था को लेकर लोगों की अपेक्षाएं काफी ज्यादा हैं.