वर्ल्ड बैंक ग्रुप के प्रेसीडेंट डॉ. जिम योंग किम ने कहा कि वर्ल्ड बैंक उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य, सिंचाई, कूड़ा निस्तारण और पर्यटन जैसे क्षेत्रों के विकास लिए दो हजार करोड़ रुपये की मदद देने को तैयार है. डॉ. किम आज मंगलवार को सुबह नौ बजे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ एक मीटिंग करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
पांच कालीदास मार्ग पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मौजूदगी में यूपी में निवेश की अपार संभावनाओं का जिक्र डॉ. किम ने किया. उन्होंने कहा कि पहले से ही यूपी में वर्ल्ड बैंक की कई सारी योजनाएं यूपी में चल रही हैं और पिछली हर सरकार ने इसमें सहयोग किया है. डॉ. किम ने कहा कि विकसित देशों में 90 फीसदी नौकरियां प्राइवेट सेक्टर में हैं. ऐसे में यूपी में शुरू होने वाली नई योजनाएं बड़ी संख्या में प्राइवेट सेक्टर में नौकरी मुहैया कराएंगी. इससे प्रदेश में विकास को गति मिलेगी.
युवाओं को फ्री लैपटॉप बांटे जाने की योजना की भी वर्ल्ड बैंक के प्रेसीडेंट ने सराहना की. डॉ. किम ने कहा ‘ युवाओं के हाथ में तकनीकी देने से प्रदेश का विकास होगा लेकिन सरकार को कनेक्टिविटी और नए साफ्टवेयर का इंतजाम करना होगा.’ इस मौके पर मौजूद अखिलेश यादव ने जानकारी दी कि यूपी सरकार ने लखनऊ में मेट्रो रेल चलाने की योजना को पूरा करने के लिए वल्र्ड बैंक से आर्थिक मदद मांगी है. अखिलेश यादव ने कहा ‘ यूपी में इंफ्रास्ट्रचर के क्षेत्र में काफी काम किया जाना है, बगैर वर्ल्ड बैंक के सहयोग से यह पूरा नहीं हो सकेगा.’
किम ने राज्य के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उत्तर प्रदेश में साढ़े छह करोड़ से ज्यादा लोग गरीब हैं जो दुनिया में निर्धन लोगों की कुल संख्या के आठ प्रतिशत के बराबर है. वर्ल्ड बैंक के खुशहाली लाने के प्रयास तब तक फलीभूत नहीं होंगे जब तक प्रदेश में इतनी ज्यादा गरीबी रहेगी.
उत्तर प्रदेश में खासकर ग्रामीण तथा शहरी ढांचे के विकास में सहयोग की राज्य सरकार का अनुरोध स्वीकार करते हुए किम ने कहा ‘प्रदेश की नयी सरकार ने विकास के लिये कुछ मुख्य चुनौतियों को पहचाना है और हम ग्रामीण तथा शहरी ढांचे में निवेश के जरिये रोजगार तथा सेवाओं के बेहतर अवसर उपलब्ध कराकर सरकार का सहयोग करेंगे.’
डॉ. किम एक दिन के दौरे पर मंगलवार को यूपी आए हैं. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ मीटिंग करने के बाद डॉ. किम वर्ल्ड बैंक के अधिकारियों के साथ कानपुर चले गए जहां वह गंगा नदी में बढ़ते पॉल्यूशन और इसके रोकथाम के उपायों पर स्थानीय अधिकारियों के साथ चर्चा करेंगे.