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काशी में मां अन्नपूर्णा की प्राण प्रतिष्ठा, सीएम योगी ने की पूजा-अर्चना

काशी विश्वनाथ मंदिर में ईशान कोण पर अन्नपूर्णा माता की ये मूर्ति स्थापित की गई. इसके लिए काशी विश्वनाथ मंदिर को भी भव्य रूप से सजाया गया था. सीएम योगी आदित्यनाथ ने मूर्ति को पुनर्स्थापित किया.

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सीएम योगी ने मां अन्नपूर्णा देवी की मूर्ति को पुनर्स्थापित किया. (फोटो-ANI)
सीएम योगी ने मां अन्नपूर्णा देवी की मूर्ति को पुनर्स्थापित किया. (फोटो-ANI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • विश्वनाथ मंदिर परिसर में हुई प्राण प्रतिष्ठा
  • सीएम योगी ने किया माता अन्नपूर्णा का स्वागत

100 सालों से भी ज्यादा लंबे वक्त के इंतजार के बाद आज काशी में मां अन्नपूर्णा की मूर्ति को विश्वनाथ मंदिर परिसर में प्राण प्रतिष्ठित कर दिया गया. मूर्ति को ईशान कोण में पुनर्सथापित किया गया. कनाडा से लाई गई मां अन्नपूर्णा की मूर्ति को सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूजा-अर्चना कर अपने हाथों प्राण प्रतिष्ठित किया.

गौरतलब है कि करीब सौ साल पहले चोरी होकर माता अन्नपूर्णा की 18वीं सदी की ये दुर्लभ मूर्ति काशी से कनाडा पहुंच गई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर कनाडा सरकार ने ये मूर्ति भारत को लौटा दी थी.

तड़के सुबह जौनपुर से होते हुए वाराणसी और फिर वाराणसी में भी अलग-अलग रास्तों पर स्वागत के साथ मूर्ति दुर्ग कुंड स्थित मां दुर्गा के मंदिर के बाहर पहुंची तो लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं था. दर्शन के लिए लखनऊ से वाराणसी पहुंची अकांक्षा ने बताया कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि दर्शन हो जाएंगे, लेकिन उन्होंने दर्शन कर लिया. वहीं कैंट से भाजपा विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि पीएम मोदी के प्रताप से प्रतिमा वापस आई है और लोगों ने स्वागत किया है.

मां अन्नपूर्णा की मूर्ति वाराणसी में दुर्गा मंदिर से होते हुए पालकी में सवार होकर काशी विश्वनाथ धाम पहुंची, जहां सीएम योगी आदित्यनाथ ने मूर्ति का स्वागत किया और प्राण-प्रतिष्ठा पूजन भी किया. इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर के प्रमुख अर्चक पंडित श्रीकांत ने बताया कि आज का क्षण ऐतिहासिक है और हम सभी उसके साक्षी बन रहे हैं. यह हम सभी का भाग्योदय है. यह मां अन्नपूर्णा काशी की अधिष्ठात्री हैं, उनका आगमन और दर्शन पाकर हम धन्य हुए. संपूर्ण कला और संपूर्ण विद्या के स्थान ईशान कोण पर मां अन्नपूर्णा को विराजमान कराया गया.

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प्राण प्रतिष्ठा पूजन में मौजूद काशी विश्वनाथ मंदिर के अर्चक सदानंद पाठक ने बताया कि आज देवोत्थान एकादशी के दिन षडोपचार पूजन के बाद प्राण प्रतिष्ठा की गई है और सीएम योगी के हाथों अपने स्वरूप में मंदिर में शोभामान हो गई हैं. 100 वर्षों बाद जैसे प्रतिमा वापस आई है वैसे ही भारत आने वाले दिनों में जरूर विश्वगुरू बनेगा. उन्होंने आगे कहा कि प्राण प्रतिष्ठा पूजन के तहत जलाधिवास, फलाधिवास, धान्याधिवास, पंचामृत से मां अन्नपूर्णा की मूर्ति का स्नान, अग्नि उत्तारण और श्रीशुक्त से 7 नदियो के जल से अभिषेक किया गया और फिर मंदिर में मूर्ति पुर्नस्थापित की गई.

माता अन्नपूर्णा की इस मूर्ति को पिछले दिनों कनाडा से वापस दिल्ली लाया गया और फिर इसे यूपी सरकार को सौंप दिया गया. दिल्ली से रथ के जरिए माता अन्नपूर्णा की ये प्रतिमा वाराणसी के लिए दो दिन पहले रवाना कर दी गई थी. दिल्ली से वाराणसी तक, रास्ते में डेढ़ दर्जन से ज्यादा पड़ाव थे जहां माता अन्नपूर्णा की मूर्ति लेकर जा रहे रथ का स्वागत किया गया.

माता अन्नपूर्णा की ये दुर्लभ मूर्ति आज ही काशी पहुंची. काशी में माता अन्नपूर्णा की इस मूर्ति का स्वागत करने के लिए खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे. माता अन्नपूर्णा की मूर्ति के काशी पहुंचने के बाद शहर में घुमाए जाने की भी योजना है जिससे अधिक से अधिक लोग माता की दुर्लभ मूर्ति का दर्शन कर सकें.

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