उत्तरप्रदेश के बरेली में शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने मुख्तार अब्बास नकवी के भाई अतहर अब्बास को कर्बला और कब्रिस्तान की जमीन बेचने का आरोप में मोतवल्ली पद से बर्खास्त कर दिया. वहीं कासगंज में महज 200 रुपयों के लिए रेलवे पुलिस के सिपाहियों द्वारा राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी को चलती ट्रेन से फेंक देने का मामाला सामने आया है. पेश हैं अब तक की उत्तर प्रदेश की बड़ी खबरें......
1. बरेली: रिश्वत के मामले पर नकवी के भाई बर्खास्त
उत्तरप्रदेश के बरेली में शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के भाई व छोटी कर्बला और कब्रिस्तान बरेली के मुतवल्ली अतहर अब्बास समेत 19 मुतवल्लियों को गुरुवार को पद से बर्खास्त कर दिया. उनपर कर्बला और कब्रिस्तान की जमीन बेचने का आरोप लगाया गया है.
2. कासगंज: राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी को चलती ट्रेन से फेंका
उत्तर प्रदेश के कासगंज में महज 200 रुपयों के लिए रेलवे पुलिस के
सिपाहियों ने राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी को चलती ट्रेन से फेंक दिया, जिससे
उसकी मौके पर ही मौत हो गई. खिलाड़ी की गलती बस इतनी थी कि वह कुछ देर के
लिए महिला कोच में आकर बैठ गया था. तलवारबाजी के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी
होशियार सिंह अपनी पत्नी ज्योति सिंह और मां के साथ पैसेंजर ट्रेन से
कासगंज से मथुरा लौट रहे थे.
3. मुजफ्फरनगर: लूट का किया विरोध तो कर दी महिला की हत्या
तीन अज्ञात लुटेरों ने 26 वर्षीय एक महिला की गोली मार कर हत्या कर दी और उसके पति को घायल कर दिया. यह घटना जिले के पानीपत-खटीमा राजमार्ग पर हुई. पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि जब हरियाणा के रहने वाले दंपति मुजफ्फरगनर से मोटरसाइकिल पर सवार होकर पानीपत जिला लौट रहे थे तब लुटेरों ने 16,000 रूपया लूट लिया. जब दंपति ने इसका विरोध किया तो उन्होंने उन गोली चला दी.
4. विवादित राम जन्म भूमि के आसपास होगा सौदर्यीकरण
उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी की सरकार ने अयोध्या में विवादित स्थल के आसपास के इलाकों में सुविधाओं के विकास और पूरे इलाके को नया लुक देने के लिए सौंदर्यीकरण की योजना तैयार की है. इसमें रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद के विवादित ढांचे के पास सुविधाओं के विकास पर ज़ोर होगा.
5. शाहजहांपुर: आसाराम मामले में देरी के चलते धरने पर बैठा समाजसेवी
शाहजहांपुर मे आसाराम प्रकरण के मुख्य गवाह कृपाल सिंह की हत्या के 14 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ अभी तक कोई सुराग हाथ नही लगा है. खुलासा न होने से नाराज एक समाजसेवी जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गया है. समाजसेवी की मांग है कि पूरे मामले की सीबीआई जांच हो.