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UP पंचायत चुनाव की मतगणना पर कोरोना का साया, रामपुर में 9 कर्मचारी निकले पॉजिटिव

उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनावों की मतगणना पर कोरोना का साया छा गया है. रामपुर में 9 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. जिसके बाद वहां दूसरे कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है.

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9 कर्मचारी पॉजिटिव पाए गए हैं. (फाइल फोटो-PTI)
9 कर्मचारी पॉजिटिव पाए गए हैं. (फाइल फोटो-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • शाहबाद में 8 और मिलक में एक कर्मचारी पॉजिटिव
  • उनकी जगह दूसरे कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई

उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनावों की मतगणना जारी है. इस बीच रामपुर से एक बड़ी खबर आई है. यहां मतगणना ड्यूटी में लगे 9 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इसके बाद उनकी जगह दूसरे कर्मचारियों को ड्यूटी पर लगाया गया है. शाहबाद में 8 और मिलक में एक कर्मचारी कोरोना संक्रमित मिले हैं.

कोरोना संक्रमण की वजह से काउंटिंग रद्द करने की मांग भी की गई थी, हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया था. इससे पहले यूपी के शिक्षक संगठन ने दावा किया था कि पंचायत चुनाव में ड्यूटी के दौरान 577 बेसिक शिक्षकों की जान कोरोना संक्रमण की वजह से चली गई है. शिक्षक संगठन की मानें तो सबसे ज्यादा 20-20 मौतें लखनऊ और लखीमपुर खीरी में हुई. उसके बाद रायबरेली में 18 और सीतापुर में 17 शिक्षकों की जान गई.

उत्तर प्रदेश में चार चरणों में पंचायत चुनाव के लिए वोटिंग हुई थी. रविवार को पंचायत चुनाव के वोटों की गिनती के लिए 826 ब्लॉक में 824 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं. सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ की 8 कंपनी, एसएसबी की दो कंपनी, केंद्रीय सुरक्षा बल की 10 कंपनी और पीएसी की 67 कंपनियां लगाई गई हैं. 

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मतदान कर्मियों और पुलिसकर्मियों की 8 घंटे की शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गई है. मतगणना पूरी होने तक मजिस्ट्रेटों की तैनाती भी रहेगी. कोरोना काल चल रहा है इसलिए धारा 144 लागू कर दी गई है. इसे लेकर प्रशासन ने प्रत्याशियों के मतगणना स्थल और गांव में पंचायत चुनाव जीतने के बाद विजय जुलूस निकालने पर रोक लगाई है. अगर विजयी जुलूस निकाला गया तो संबंधित शख्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा. 

शिक्षकों की मौत पर HC ने लगाई थी लताड़
27 अप्रैल को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने चुनाव ड्यूटी में लगे शिक्षकों की कोरोना संक्रमण से मौत होने पर राज्य चुनाव आयोग को लताड़ लगाई थी. हाईकोर्ट ने राज्य चुनाव आयोग को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा है वो अगली तारीख को बताए कि पंचायत चुनाव के दौरान वो कोविड प्रोटोकॉल्स लागू करवाने में नाकाम क्यों रहा? और उसके 27 अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा क्यों ना चलाया जाए. इस मामले पर हाईकोर्ट में सोमवार को सुनवाई होनी है.

उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव चार चरणों में हुए हैं. पहला चरण 15 अप्रैल, दूसरा चरण 19 अप्रैल, तीसरा चरण 26 अप्रैल और चौथा चरण 29 अप्रैल को हुआ. पहले चरण में 18 जिलों में वोटिंग थी. दूसरे में 20, तीसरे में 20 और चौथे में 17 जिलों में वोटिंग हुई. 

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