कोरोना काल में यह तो देश के अलग-अलग हिस्सों से लोगों की मौत की खबरें आईं. कई ऐसी भी खबरें आईं कि घर में मां-बाप की मौत हो गई और बच्चे अनाथ हो गए. ऐसे ही अनाथ बच्चों को सहारा देने के लिए संगठनों के साथ ही आम नागरिक भी आगे आ रहे हैं. नोएडा पुलिस ने भी ऐसे 15 बच्चों को सहारा दिया है जो माता-पिता की मौत के बाद अनाथ हो गए थे.
कोरोना संक्रमण के दौरान नोएडा पुलिस कमिश्नरेट ने पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार सिंह की पहल पर ऐसे अनाथ बच्चों को सहारा देने की कवायद शुरू की थी जिसके लिए बाकायदा डीसीपी वृंदा शुक्ला को जिम्मेदारी सौंपी गई थी. चार बच्चों को डोनर मिल गए हैं जो इन बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के साथ ही अन्य संभव सहयोग भी करेंगे. इसके अलावा हर महीने बच्चों के खर्चे के लिए भी रुपये देंगे. इनमें से दो बच्चे उनके दादा-दादी के पास और दो बच्चे उनके मामा के पास भेज दिए गए हैं.
महिला एवं बाल सुरक्षा डीसीपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि कोरोना काल में काफी लोग बेघर हो गए हैं. मुश्किल उन बच्चों के सामने है जिनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं. यही वजह है कि नोएडा पुलिस ने यह पहल की है. ऐसे बच्चों को चिह्नित किया जा रहा है जो अनाथ हो गए हैं या बेसहारा हैं और उनके लिए डोनर तलाशे जा रहे हैं. नोएडा पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार सिंह ने बताया कि नोएडा पुलिस ने अनाथ बच्चों की सूचना और मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर 9870395200 भी जारी किया गया है.
पुलिस कमिश्नर के मुताबिक जो शख्स भी मदद करना चाहे इस नंबर पर संपर्क कर सकता है. साथ ही डायल 112 पर भी ऐसे बच्चों की सूचना नोएडा पुलिस को दी जा सकती है. उन्होंने बताया कि अगर किसी घर में ऐसे बच्चे भी हैं जिनके मां-पिता दोनों कोरोना संक्रमित हैं. उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं या उनके खाने-पीने का इंतजाम नहीं है तो भी पुलिस की इस हेल्पलाइन पर सूचना दी जा सकती है. पुलिस मदद के लिए तैयार है.