उत्तर प्रदेश के स्मारक घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) सुप्रीमो मायावती को बड़ी राहत मिली है. लोकायुक्त ने मायावती को घोटाले में क्लीन चिट दे दी है.
वहीं, जांच में तत्कालीन बीएसपी सरकार के दो मंत्रियों बाबू सिंह कुशवाहा और नसीमुद्दीन सिद्दकी समेत 199 लोगों को दोषी पाया गया है. गौर करने वाली बात है कि लोकायुक्त एन के महरोत्रा ने स्मारक घोटाले की जांच पूरी कर ली है.
गौरतलब है कि जब सत्ता बीएसपी के हाथ में थी तब पार्टी ने नोएडा और लखनऊ में करीब 42 अरब 77 करोड़ रुपये की लागत से स्मारकों और पार्कों का निर्माण करवाया, जिसमें करीब 14 अरब 88 करोड़ 40 लाख की गड़बड़ी का मामला सामने आया. जांच रिपोर्ट के मुताबिक तकरीबन 34 फीसदी लागत राशि की बंदरबांट हुई.
लोकायुक्त ने अपनी जांच में माया सरकार में मंत्री रहे कुशवाहा और सिद्दकी के अलावा निर्माण निगम के 54, खनन विभाग और एलडीए के पांच-पांच अधिकारियों को दोषी पाया है. इनके अलावा लोकायुक्त ने अपनी जांच में 2 पूर्व विधायक, एक मौजूदा विधायक, निर्माण निगम के 37 एकाउंटेंट और 60 कंपनियों को आरोपी पाया है.