समाजवादी पार्टी वरिष्ठ नेता राम आसरे कुशवाहा ने मायावती पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जब भी बसपा प्रमुख किसी गलती में पकड़ी जाती हैं तो वे अपने आप को दलित की बेटी बताती हैं और नहीं पकड़ी जाती हैं तो दौलत की बेटी होती हैं.
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उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती के कर्नाटक चुनाव दौरे में चुनाव आयोग की तलाशी के दौरान पर्स में से निकले एक लाख रुपये के मसले पर प्रदेश में सत्तारूढ़ दल समाजवादी पार्टी (सपा) ने यह प्रतिक्रिया दी है.
सपा के वरिष्ठ नेता राम आसरे कुशवाहा ने कहा कि मायावती ने कर्नाटक चुनाव दौरे में आचार संहिता का उल्लंघन किया है और जब आयोग ने अपनी कारवाई की तो वह अपने आपको दलित की बेटी कहती हैं.
गौरतलब है कि शुक्रवार को कर्नाटक के गुलबर्गा में चुनाव आयोग के फ्लाइंग स्क्वॉड ने मायावती की कुछ ही समय के अंतराल में दो बार तलाशी ली. मायावती इस पर खूब भड़कीं और उन्होंने कहा कि क्या सोनिया और सुषमा की भी ऐसे ही तलाशी ली जाती है? मेरी तलाशी इसलिए ली जा रही है क्योंकि मैं दलित हूं.
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मायावती के बैग की तलाशी ली गई, तो उसमें एक लाख रुपये नकद मिले. पूछताछ करने पर मायावती ने बताया कि इसमें से 50 हजार रुपये उनके साथ बैठे पार्टी कार्यकर्ताओं के हैं और वह 50 हजार रुपये ले जा सकती हैं.
मायावती की इस सफाई पर यह पैसा जब्त नहीं किया गया. मायावती की कुछ ही देर में फिर तलाशी ली गई. पार्टी की रैली के लिए जैसे ही वह मंच पर चढ़ रही थीं, चुनाव आयोग की टीम ने माया और उनकी कार की फिर तलाशी ली.