महाराष्ट्र में जब से केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की 'थप्पड़' वाले बयान को लेकर गिरफ्तारी हुई है, तब से ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) शासित राज्यों में शिवसेना (Shiv Sena) और सीएम उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) के खिलाफ नाराजगी देखने को मिल रही है. कानपुर की मेयर प्रमिला पांडेय ने सीएम ठाकरे के खिलाफ स्वरूप नगर थाने में शिकायत दी है.
प्रमिला पांडेय ने सीएम ठाकरे के खिलाफ विवादित बयान भी दिया है. उन्होंने कहा है कि अगर वे उत्तर प्रदेश आएं तो बता दूं कि कैसे चप्पल मारी जाती है. उन्होंने उद्धव ठाकरे के ऊपर सीएम योगी पर अशोभनीय टिप्पणी करने का आरोप लगाया है और शिकायत दी है.
प्रमिला पांडेय ने कहा, 'उद्धव ठाकरे ने हमारे सीएम योगी के खिलाफ विवादित बात कही थी. इसलिए मैंने उनके खिलाफ केस दर्ज कराया है. उनको चेतावनी देती हूं कि वे उत्तर प्रदेश आए तो बता दूंगी कि चप्पल कैसे मारी जाती है. मैं उनको चप्पल तो नहीं मारूंगी, मेरी पार्टी के संस्कार ऐसे नहीं हैं. लेकिन उनको घूसा मारकर बेदम कर दूंगी.'
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दर्ज हो गई है एनसीआर
प्रमिला पांडेय यहीं नहीं रुकीं. उन्होंने कहा, 'उनको पिता की विरासत मिल गई है. खुद तो मेहनत की नहीं. अगर वे कानपुर आकर दिखाएं तो सबक सिखा दूं.' वहीं शिकायत पर स्वरूप नगर के इंस्पेक्टर अश्विनी पांडे ने कहा है कि एनसीआर दर्ज कर ली गई है.
क्यों फंसे नारायण राणे?
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान रायगढ़ में कहा था, 'ये शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को ये नहीं पता कि हमें आजाद हुए कितने साल हो गए. अपने भाषण के दौरान उन्होंने पीछे मुड़कर अपने सहयोगी से पूछा था. अगर मैं वहां होता तो उन्हें जोरदार थप्पड़ मारता.' नारायण राणे के इस बयान के बाद महाराष्ट्र में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया था. नारायण राणे को गिरफ्तार कर लिया गया था. हालांकि उन्हें बाद में जमानत मिल गई थी.