सीएम योगी आदित्यनाथ कई बार जिलाधिकारी को निर्देश दे चुके हैं कि ग्राम पंचायतों में गौशाला बनवाया जाए. इस गांव में अभी तक गौशाला न बनने से किसान अपनी फसल को रात भर जागकर जानवरों से बचाते हैं. जिस रात वह अपने खेत रखवाली नहीं कर पाते हैं उस रात आवारा जानवर उनकी फसलों को नष्ट कर देते हैं. इसी से परेशान किसानों ने शुक्रवार को प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल में आवारा जानवरों को बंद करना शुरू कर दिया. स्कूल पढ़ने आये बच्चों और और पढ़ाने गए शिक्षक बाहर इस बात का इंतजार करते रहे कि कोई इन्हें बाहर निकाले तो शिक्षण कार्य प्रारंभ हो सके. किसानों का कहना कि इन जानवरों से वह परेशान हैं.
आवारा जानवरों की समस्या से ग्रसित ग्रामीणों ने बैरई गांव में सड़क जाम कर दिया. किसान लगभग 50 जानवरों को लेकर सड़क पर बैठ गए. इस वजह से 4 घंटे तक सड़क पर जाम लगा रहा. मौके पर एसडीएम, सीओ, बीडीओ और कोतवाल पुलिस फोर्स पहुंची तब जाकर जाम खुलवाया जा सका. ग्रामीणों ने ये जाम तब लगाया है जब 1 सितम्बर को कालपी के मंगरौल में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम होना है. ग्रामीणों का कहना है की यदि समस्या का निवारण नही हुआ तो वे आवारा पशुओं के साथ मुख्यमंत्री की सभा में पहुंचेंगे.