कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच अब काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. शिवभक्तों को अब सिर्फ झांकी दर्शन ही मिल पाएगा. इसके अलावा काशी में शयन और मंगला आरती में भी प्रवेश पर रोक लगाई गई है. यह कदम कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर उठाया गया है.
नाइट कर्फ्यू के चलते शयन आरती में भी श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक के साथ ही मंगला आरती के टिकट की बुकिंग भी अगले आदेश तक रोक दी गई है.भगवान शिव की ज्योतिर्लिंग के दर्शन के दौरान अपने साथ लाए हुए दूध और जल को भी बाहर लगे पाइप के सहारे ही ज्योतिर्लिंग के ऊपर अर्पित करना होगा. काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन की ओर से यह सभी फैसले लिए गए हैं.
बता दें कि कोरोना की पहली लहर के दौरान भी ऐसी व्यवस्था की जा चुकी है लेकिन स्थिति सामान्य होने पर श्रद्धालुओं के गर्भगृह में प्रवेश को खोल दिया गया था. एक बार फिर कोरोना की नई लहर के चलते पुराने प्रतिबंध वाली व्यवस्था लागू कर दी गई है. इसके साथ ही मंदिर में बगैर मास्क के किसी का भी प्रवेश नहीं है और मंदिर प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं के सैनिटाइजेशन की भी पूरी व्यवस्था की गई है.
बता दें कि यूपी में शुक्रवार को पिछले चौबीस घंटों में 9,695 नए केस दर्ज किए गए और 37 मौतें हुईं. राजधानी लखनऊ में 2,934, कानपुर में 522, प्रयागराज में 1,016 और वाराणसी में 845 केस दर्ज हुए. शुक्रवार तक राज्य में एक्टिव केसों की संख्या 48,306 पहुंच गई है. प्रदेश के शुक्रवार से एक और शहर मुरादाबाद में भी नाइट कर्फ्यू लगाया गया है.