उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के साथ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सत्ता में वापसी कर रही है. योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में लगातार दूसरी दफे सरकार गठन की कवायद चल रही है. इन सबके बीच उन चेहरों को लेकर अटकलें लगाई जाने लगी हैं. यूपी विधानसभा में योगी आदित्यनाथ के अलावा एक और भगवाधारी बीजेपी से ही विधानसभा पहुंचे हैं. ये दूसरे भगवाधारी हैं स्वामी प्रवक्तानंद.
कभी वरूण गांधी के करीबियों में गिने जाने वाले जयद्रथ उर्फ प्रवक्तानंद की गिनती अब सीएम योगी के करीबियों में होती है. पीलीभीत के परम अक्रिय धाम के पीठाधीश्वर स्वामी प्रवक्तानंद बरखेड़ा विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. स्वामी प्रवक्तानंद ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा को हराया है.
स्वामी प्रवक्तानंद ने आजतक से बात करते हुए कहा कसि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में रामराज्य की शुरुआत हो चुकी है. भगवा रंग पर उठे सवाल को लेकर प्रवक्तानंद ने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने जिस तरह शासन किया है, वह अपने आप में मिसाल है. योगी आदित्यनाथ ने माताओं-बहनों की सुरक्षा के लिए काम किया. वे अपने पिताजी के निधन पर भी नहीं गए.
स्वामी प्रवक्तानंद ने कहा कि जो पार्टी की प्राथमिकता है, जो वादे हैं वो मेरी भी प्राथमिकता होंगे. गौरतलब है कि स्वामी प्रवक्तानंद प्रवक्तानंद को कुल वोट शेयर में 63 फीसदी वोट मिले. स्वामी प्रवक्तानंद की जीत का अंतर 81472 वोट का रहा. उनके खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे आठ अन्य उम्मीदवारों को मिले कुल वोट जोड़ दे तो वो कुल 84244 पहुंचता है. यानी साफ है कि विरोधी उम्मीदवारों को मिले कुल वोट जोड़ भी दें तो भी स्वामी प्रवक्तानंद को मिले कुल वोट से कम ही हैं.
बीजेपी को भी तेवर दिखाते रहे हैं स्वामी प्रवक्तानंद
यूपी विधानसभा में बीजेपी के दूसरे भगवाधारी विधायक स्वामी प्रवक्तानंद की गिनती भी उन नेताओं में होती है जो पार्टी को भी तेवर दिखाते रहे हैं. स्वामी प्रवक्तानंद को बीजेपी ने 2012 के विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया था लेकिन तब वे हार गए थे. ऐसा माना जाता है कि तब बीजेपी ने वरुण गांधी की सिफारिश पर उन्हें टिकट दिया था. 2017 में बीजेपी से टिकट नहीं मिला तो प्रवक्तानंद राष्ट्रीय लोक दल के टिकट पर चुनाव मैदान में उतर गए. हालांकि, बीजेपी के किशन लाल राजपूत जीते और प्रवक्तानंद को मात मिली.
जिला पंचायत अध्यक्ष का टिकट नहीं मिला तो चले गए थे सपा में
स्वामी प्रवक्तानंद 2017 की चुनावी हार के बाद फिर से बीजेपी में लौट आए थे. स्वामी प्रवक्तानंद ने जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भी बीजेपी से टिकट की दावेदारी की थी. बीजेपी ने प्रवक्तानंद की बजाय डॉक्टर दलजीत कौर को उम्मीदवार बना दिया. स्वामी प्रवक्तानंद ने तब भी बीजेपी को तेवर दिखाए और रातोरात सपा में शामिल हो गए थे. हालांकि, बाद में वे फिर से बीजेपी में लौट आए थे.
मुंडिया रत्नपुरी के निवासी हैं स्वामी प्रवक्तानंद
स्वामी प्रवक्तानंद मरौरी विकास खंड के मुंडिया रत्नपुरी गांव के निवासी हैं. स्वामी प्रवक्तानंद का बरेली हाईवे पर स्थित खमरिया पुल के करीब आश्रम है. इसी आश्रम से ही स्वामी प्रवक्तानंद राजनीतिक और सामाजिक रूप से सक्रिय रहते हैं. स्वामी प्रवक्तानंद का भी योगी कैबिनेट में शामिल होना करीब-करीब तय माना जा रहा है. बीजेपी को हमेशा ही आंख दिखाते रहे स्वामी प्रवक्तानंद को इस दफे सीटिंग विधायक का टिकट काटकर उम्मीदवार बनाए जाने के पीछे भी योगी आदित्यनाथ की बड़ी भूमिका मानी जाती है.