scorecardresearch
 

यूपी विधानसभा का सत्र आज से शुरू, योगी सरकार को घेरने के लिए विपक्ष एकजुट

कोरोना की दूसरी लहर के बाद पहली बार यूपी विधानसभा का मॉनसून सत्र मंगलवार से शुरू हो रहा है. योगी सरकार इस दौरान कई अहम बिल पास कराने की कोशिश में है और चुनावी साल होने के चलते अनुपूरक बजट भी पेश करेगी. वहीं, विपक्षी दलों ने तमाम मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रखी है. ऐसे में यूपी विधानसभा का मानसून सत्र हंगामेदार रहने के आसार हैं. 

Advertisement
X
यूपी विधानसभा
यूपी विधानसभा
स्टोरी हाइलाइट्स
  • यूपी विधानसभा का सत्र एक सप्ताह तक चलेगा
  • योगी सरकार सत्र में अनुपूरक बजट पेश करेगी
  • तमाम मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में विपक्ष

उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र मंगलवार से शुरू हो रहा है. 17 से 24 तक चलने वाले इस सत्र के दौरान सरकार सदन में इस वित्तीय वर्ष का पहला अनुपूरक बजट पेश करेगी. एक तरफ विधानसभा सत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए सर्वदलीय बैठक हुई तो वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दलों ने तमाम मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रखी है. ऐसे में यूपी विधानसभा का मानसून सत्र हंगामेदार रहने के आसार हैं. 

योगी सरकार इस दौरान उत्तर प्रदेश नगरीय परिसर किरायेदारी विनियमन (द्वितीय) अध्यादेश-2021, उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय संशोधन अध्यादेश, उप्र प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय संशोधन अध्यादेश और उत्तर प्रदेश निरसन विधेयक पेश कर सकती है. 18 अगस्त को वित्त मंत्री सुरेश खन्ना सदन में वित्तीय वर्ष 2020- 21 का पहला अनुपूरक बजट पेश करेंगे. माना जा रहा है कि, चुनावी वर्ष में अनुपूरक बजट का आकार तकरीबन 50 से 55 हज़ार करोड़ का हो सकता है.

बता दें कोरोना की दूसरी लहर के बाद पहली बार विधानसभा का ये सत्र शुरू होने जा रहा है. ऐसे में कोरोना काल में लोगों को हो रही मुश्किलों को लेकर विपक्ष ने सरकार को सदन में घेरने की तैयारी कर रखी है. इसके अलावा जिस तरह से महिलाओं के साथ अपराध बढ़े हैं उसे भी सदन में इस बार मुद्दा बनाने की फिराक में विपक्ष जुटा है. साथ ही किसान की समस्याओं को लेकर और बेरोजगारी के मुद्दे पर भी सरकार को सदन में घेरने की तैयारी है. 

Advertisement

हालांकि, विधानसभा के मॉनसून सत्र के सुचारू संचालन के लिए विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सभी दलों से सहयोग का अनुरोध किया है. दीक्षित ने कहा कि तार्किक, तथ्यपरक एवं गुणवत्तापूर्ण संवाद से जनसमस्याओं का सार्थक समाधान किया जा सकता है. साथ ही उन्होंने कहा है कि सदन की कार्यवाही कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सुनिश्चित की जाएगी. 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्र के सुचारू संचालन में सत्ता पक्ष के सम्पूर्ण सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि प्रदेश में कोरोना महामारी की स्थिति नियंत्रित है और गति स्थिर हो चुकी है, पर वह अभी समाप्त नहीं हुआ है. योगी ने भरोसा दिलाया कि संसदीय परम्परा के क्रम में इस मानसून सत्र में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा-परिचर्चा के लिए सरकार पूरी गम्भीरता एवं विश्वास के साथ सदन की कार्यवाही को आगे बढ़ाने में मदद करेगी.

वहीं, कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि, कोरोना काल में जिस तरह से लोगों ने दवाइयों और मेडिकल सुविधाओं के आभाव में दम तोड़ दिया, उन मुद्दों को सदन में इस बार कांग्रेस जोर शोर से उठाएगी. वहीं, बसपा प्रमुख मायावती ने भी सोमवार को ही साफ कर दिया था कि उनकी पार्टी किसानों के मुद्दे को लेकर यूपी में योगी सरकार को घेरने की कवायद करेगी. समाजवादी पार्टी ने भी सदन के बाहर और भीतर सरकार को घेरने की अपनी तैयारी पूरी कर रखी है. 

Advertisement

विधानसभा में विपक्ष के नेता रामगोविंद चौधरी ने कहा कि इस सत्र में समाजवादी पार्टी विपक्षी दलों के साथ मिलकर विभिन्न मुद्दों पर योगी सरकार की घेराबंदी करेगी. उन्होंन कहा कि उनका प्रयास होगा कि सभी विपक्षी दल एक साथ योगी सरकार की जन विरोधी नीतियों की मुखालफत करें. योगी सरकार में किसान बर्बादी की कगार पर खड़ा है. नौजवान और  व्यापारी से लेकर हर तबका तबाह व परेशान है. मंहगाई से लोग कराह रहे हैं. 

बता दें कि पिछले कुछ सालों में देखा गया है कि विधानसभा सत्र की शुरुआत के साथ सपा और कांग्रेस के सदस्य विधान भवन के बाहर चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर बैठकर योगी सरकार की नीतियों को लेकर धरना प्रदर्शन करते हैं. ऐसे में मॉनसून सत्र में भी इस बात की संभावना है कि विपक्षी दल के नेता सरकार के खिलाफ विधान भवन में विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं. 
 

Advertisement
Advertisement