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विधायकों के कुर्ते उतारने पर बोले आजम- पायजामे भी उतार देते तो मर्दानगी का पता चलता

अपने बजट अधिवेशन के पहले दिन ही उत्तर प्रदेश विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ. राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान बहुजन समाज पार्टी के विधायकों ने खूब बवाल काटा. हद तो तब हो गई, जब राष्ट्रीय लोकदल पार्टी के दो विधायक किसानों के बकाया भुगतान की मांग को लेकर अपने कपड़े उतारकर अर्धनग्न खड़े हो गये.

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विधायक सुदेश शर्मा और वीरपाल राठी
विधायक सुदेश शर्मा और वीरपाल राठी

अपने बजट अधिवेशन के पहले दिन ही उत्तर प्रदेश विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ. राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान बहुजन समाज पार्टी के विधायकों ने खूब बवाल काटा. हद तो तब हो गई, जब राष्ट्रीय लोकदल पार्टी के दो विधायक किसानों के बकाया भुगतान की मांग को लेकर अपने कपड़े उतारकर अर्धनग्न खड़े हो गये.

विधानसभा की गरिमा को चोट पहुंचाने वाली इस घटना के बाद जब दोबारा विधानसभा बैठी तो कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता प्रदीप माथुर ने चुटकी लेते हुए कहा कि आरएलडी के विधायकों ने सलमान खान से प्रभावित होकर अपने कपड़े उतार दिए.

बाहर आकर संसदीय कार्यमंत्री आजम खान ने एक कदम आगे बढ़कर ये कह दिया कि अगर वो नीचे के वस्त्र भी उतार देते तो लोगों को उनकी मर्दानगी के बारे में कुछ पता चल जाता.

राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान आरएलडी के विधायक सुदेश शर्मा और वीरपाल राठी ने गन्ना किसानों और मजदूरों की बकाया राशी की मांग को लेकर गुस्से में अपने-अपने कुर्ते उतार दिये. बीएसपी ने जमकर हंगामा किया और उसके विधायक वेल में आकर नारे लगाने लगे.

उधर, बीजेपी ने राज्यपाल के अभिभाषण का बहिष्कार करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया. यूपी विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान जो कुछ हुआ उससे सदन तो शर्मसार हुआ ही, लेकिन उसके बाद सत्ता पक्ष के नेता आजम खान और कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता प्रदीप माथुर ने जो बयान दिये, वो और भी शर्मनाक थे.

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प्रदीप माथुर ने कपड़े उतारने वाले दोनों विधायकों की तुलना सलमान खान से कर दी. हालांकि बाद में उन्होंने सदन के अंदर दिये इस बयान को मजाक बताया. उन्होंने कहा कि जो इन विधायकों ने तरीका अपनाया़ वो विधानसभा में शोभा नहीं देता.

आरएलडी विधानमंडल दल के उपनेता और मोदीनगर से विधायक सुदेश शर्मा और छतरौली बागपत से विधायक वीरपाल राठी ने मानसून सत्र के दौरान सदन के वेल में धरना दिया था और सरकार से मांग की थी कि वो गन्ना किसानों के बकायों का भुगतान करें और मोदीनगर मिल जो बंद हो गयी है उसके मजदूरों को भी मुआवजा दें. उस वक्त उन्हें सरकार से आश्वासन मिला था.

इन्होंने आरोप लगाया कि सरकार सैफई महोत्सव में नाच-गाने पर तीन सौ करोड़ खर्च कर सकती है, मगर किसानों के दर्द को समझने को तैयार नहीं है. आरएलडी से विधायक सुदेश शर्मा ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद 200 करोड़ रुपये मोदी शुगर मिल पर किसानों का बकाया है. कई बार ये मामला विधानसभा में उठाया गया है. इसे लेकर विधानसभा अध्यक्ष, संसदीय कार्यमंत्री, मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया था.

सरकार की तरफ से संसदीय कार्यमंत्री आजम खान ने कहा कि इन विधायकों ने नंगा होकर सरकार की गरिमा को चोट पहुंचाई है.

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पूरे नंगे हो जाते और शोभा पाते: आजम खान
संसदीय कार्यमंत्री आजम खान ने साथ ही ये भी कह दिया, 'आज सदन में जो कपड़े उतारने की घटना हुई है, उसमें विधायकों की तरफ से काम आधा रह गया. अगर नीचे का भी हिस्सा देखने को मिल जाता तो उनकी मर्दानगी के बारे में कुछ पता चल जाता. तो जो कुछ भी उन्होंने किया वो अधूरी मर्दानगी का प्रदर्शन था. हम तो इस इंतजार में थे कि शायद पूरी अंतर्राष्ट्रीय शोभा उनको मिल जाए. अगर बाकी हिस्से का भी प्रर्दशन कर देते तो.'

उधर, मायावती की पार्टी बीएसपी ने भी सरकार को जमकर कोसा. विधानमंडल दल के नेता स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि हर कोई परेशान है. गन्ना किसान खेतों में गन्ना जलाने के लिये मजबूर हैं.

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