मेट्रो मैन के नाम से मशहूर ई श्रीधरन ने उत्तर प्रदेश के सभी मेट्रो प्रोजेक्ट से इस्तीफा दे दिया है. 86 वर्षीय श्रीधरन ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपना इस्तीफा योगी सरकार को भेजा है. इससे पहले लखनऊ मेट्रो ने सरकार से उनके अनुभवों को देखते हुए उनकी सेवाओं को जारी रखने की अपील की थी.
फरवरी 2014 में, लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन(LMRC) ने राज्य की राजधानी में मेट्रो परियोजना को आकार देने के लिए श्रीधरन को अपना प्रधान सलाहकार नियुक्त किया था.
LMRC के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने कहा कि श्रीधरन ने व्यक्तिगत रूप से उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर के निर्माण कार्य की निगरानी की. भूमिगत अनुभाग के निर्माण में उनका मूल्यवान मार्गदर्शन महत्वपूर्ण था. मैंने उनसे इस्तीफा नहीं देने का अनुरोध किया था लेकिन उन्होंने कहा कि उनका स्वास्थ्य उनका साथ नहीं दे रहा है.
सितंबर 2017 में हुई शुरुआत
लखनऊ मेट्रो की शुरुआत 5 सितंबर 2017 को हुई थी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राजनाथ सिंह और राज्यपाल राम नाइक की उपस्थिति में इसकी शुरुआत की गई थी. उद्घाटन के दौरान सीएम योगी ने कहा था कि समय पर योजना का पूरा होना काफी बड़ी बात है. मेट्रो की शुरुआत सीमित समय पर पूरा करने पर श्रीधरन जी और उनकी पूरी टीम को बधाई. योगी ने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश के कई शहरों में मेट्रो चलवाने की योजना पर काम कर रही है.
अब अलग-अलग मेट्रो कॉर्पोरेशन के तहत काम ना होकर बल्कि राज्य में एक ही यूपी मेट्रो कॉर्पोरेशन की शुरुआत करेंगे. मैं चाहूंगा कि श्रीधरन जी उस कॉर्पोरेशन के प्रधान सलाहकार बनें.