scorecardresearch
 

उन्नाव: अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पीड़िता के चाचा को 18 घंटे की परोल

उन्नाव रेप केस में पीड़िता के चाचा को अदालत से 18 घंटे की परोल मिली है. इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ ने परिजनों की याचिका पर रिश्तेदारों का अंतिम संस्कार करने के लिए पीड़िता के चाचा को एक दिन का परोल दिया है.

Advertisement
X
उन्नाव पीड़िता की दुर्घटनाग्रस्त कार (फोटो-एएनआई)
उन्नाव पीड़िता की दुर्घटनाग्रस्त कार (फोटो-एएनआई)

उन्नाव रेप केस में पीड़िता के चाचा को 18 घंटे की परोल मिली है. इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ ने परिजनों की याचिका पर पत्नी का अंतिम संस्कार करने के लिए चाचा को 18 घंटे की परोल दी है. परोल की मियाद बुधवार सुबह से शुरू होकर रात 12 बजे तक होगी. बता दें कि 28 जुलाई को रायबरेली में हुए एक्सीडेंट में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई थी. इसके बाद पीड़िता के परिजन मांग कर रहे थे कि रिश्तेदारों के अंतिम संस्कार के लिए उसके चाचा को बेल दी जाए.

इस मांग को लेकर पीड़िता के परिजन मंगलवार सुबह केजीएमयू के सामने धरने पर भी बैठ गए थे. परोल के दौरान पीड़िता के चाचा पुलिस सुरक्षा में रहेंगे. रिपोर्ट के मुताबिक तकनीकी भाषा में इसे परोल नहीं कहा जाएगा. ये एक तरह का छोटी अवधि का बेल है, जो उन्हें पत्नी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए दिया गया है.

Advertisement

इस बीच योगी आदित्यनाथ सरकार ने रायबरेली सड़क हादसे की सीबीआई जांच की अनुशंसा कर दी है. इस दुर्घटना में पीड़िता और उसका वकील गंभीर रूप से घायल हैं और पीड़िता की दो रिश्तेदारों की मौत हो गई है. दुर्घटना में एक बड़ा खुलासा हुआ है कि पीड़िता की कार की टक्कर जिस ट्रक से हुई थी, वह ट्रक समाजवादी प्रगतिशील पार्टी के एक नेता का है.

प्रमुख सचिव (गृह) अरविंद कुमार ने कहा कि केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने का औपचारिक निवेदन सोमवार रात को केंद्र के पास भेज दिया गया है. उन्होंने कहा, "सरकार ने अपराध मामला संख्या 305/2019 यू/एस 302/307/506/120बी आईपीसी गुरबख्सगंज जिला रायबरेली की जांच सीबीआई को सौंपने का फैसला लिया है, इस संबंध में केंद्र सरकार को औपचारिक निवेदन भेज दिया गया है." इस बीच डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने मंगलवार को लखनऊ के KGMU अस्पताल में पीड़िता से मुलाकात की और उन्हें हर तरह की मदद का भरोसा दिया.

Advertisement
Advertisement