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भागी नहीं, किडनैप करके राजस्‍थान में बेची गई बेटियां

एटा जिले के जलेसर थाना क्षेत्र के गांव बेरनी से 20 दिन पहले गायब बछेपुरा की दो किशोरियां भागी नहीं अपहरण कर ले जायी गयी थीं. शनिवार को दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग के जलेसर रोड स्टेशन से बरामद दोनों किशोरियों से पूछताछ के बाद जो कहानी सामने आयी है वह हैरान करनेवाली है.

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एटा जिले के जलेसर थाना क्षेत्र के गांव बेरनी से 20 दिन पहले गायब बछेपुरा की दो किशोरियां भागी नहीं अपहरण कर ले जायी गयी थीं. शनिवार को दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग के जलेसर रोड स्टेशन से बरामद दोनों किशोरियों से पूछताछ के बाद जो कहानी सामने आयी है वह हैरान करनेवाली है.

किशोरियों के अनुसार 22 अप्रैल को वह दवा लेने बेरनी गयी थीं. वहां गांव में रह रहा हाथरस जनपद के थाना सहपऊ क्षेत्र के गांव करकौली निवासी राजू मिला. उसके आग्रह पर उन्होंने कोल्ड ड्रिंक पिया, जिसे पीकर वे बेहोश हो गयीं. होश में आने पर उन्होंने स्वयं को राजस्थान के किसी गांव में पाया. यहां उन्हें बताया गया कि उन्हें आरोपी द्वारा 2 लाख रुपये में बेच दिया गया है.

एक युवती के पिता द्वारा मामले के संबंध में कोतवाली में एफआईआर लिखाए जाने पर सक्रिय पुलिस ने शुक्रवार को जब मामले के मुख्य आरोपी को दबोचा तथा उस पर दबाव डाला गया तो किशोरियों को उसके साथी जलेसर रोड रेलवे स्टेशन पर छोड़ गये.

पुलिस के अनुसार मामले में मुख्य आरोपी राजू का कहना है कि उसे उसके एक साथी विशाल ने 10 हजार रुपये का लालच दिया था. इस मामले में हाथरस जिले के विसाबर थाने के भिलारे गांव का जगदीश भी उसके साथ था. 23 अप्रैल को तीनों लोग दोनों किशोरियों को लेकर मथुरा से भरतपुर पहुंचे जहां से 50 किलोमीटर दूर बीहड़ के एक गांव में दोनों को बेचा गया.

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जलेसर कोतवाली प्रभारी कोमलसिंह के अनुसार दोनों किशोरियों का मेडीकल कराकर आगे की कार्यवाही की जा रही है तथा मामले के दो अन्य अभियुक्तों की तलाश जारी है.

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