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Russia-Ukraine War: न बिजली-न इंटरनेट...जाने कैसा है युद्धग्रस्त यूक्रेन के शहरों का हाल

रूस और यूक्रेन के बीच जंग शुरू हो गई है. यूक्रेन ने कहा है कि उसके कई शहरों पर क्रूज और बैलेस्टिक मिसाइल से हमला किया गया. यूक्रेन में कई भारतीय फंसे हैं. कुछ भारतीय वापस स्वदेश लौट आए हैं.

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Russia-Ukraine War (Photo- Reuters)
Russia-Ukraine War (Photo- Reuters)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • यूक्रेन से भारत लौटी अंजलि
  • बताया कैसे हैं वहां के हालात

रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया है. दोनों देशों के बीच युद्ध के चलते वहां हर घर में दहशत है. लोग परेशान है. यूक्रेन के कई शहरों में न तो बिजली है और न ही इंटरनेट. लोगों में खौफ का ऐसा माहौल कि अगले पल क्या होगा किसी को कुछ भरोसा नहीं. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध से ठीक पहले  यूपी के अमरोहा वापस लौटी एमबीबीएस छात्रा अंजलि सिंह ने यह बातें आजतक को बताईं. 

अमरोहा के प्रीत विहार कॉलोनी के रहने वाले सतेंद्र सिंह की बेटी अंजलि (उपासना) यूक्रेन की नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस कर रही है. रूस के युद्ध ऐलान से ठीक पहले वह वहां से घर वापस आ गईं. अंजलि ने बताया कि  यूक्रेन में चारों तरफ दहशत का माहौल है. अंजलि ने बताया कि बम ब्लास्ट होने की खबर से छात्र-छात्राओं में दहशत का माहौल बन जाता था. वहां के शहरों में ना तो बिजली है और ना ही इंटरनेट.

अंजलि सिंह ने आजतक से बात करते हुए कहा, 'अमेरिका-नाइजीरिया की सरकारों ने सारे स्टूडेंट्स को बहुत पहले बुला लिया था तो बाकी देश के स्टूडेंट्स काफी डर गये थे. इंडियन एंबेसी ने स्टूडेंट्स को बहुत बाद में बुलाया था लेकिन अभी बहुत ज्यादा संपर्क में हैं, स्टूडेंट काफी डरे हुए हैं लेकिन वह जल्दी निकलने की कोशिश में लगे हैं.'
  
यूक्रेन से लौटी अंजलि सिंह ने कहा, 'फ्लाइट के टिकट बड़े महंगे हैं और जो स्टूडेंट्स ऑफर्ड नहीं भी कर सकते हैं, उन्हें भी ऑफ़र्ड करना पड़ रहा है क्योंकि उनको आना है इसलिए मेरे नॉलेज में जो बच्चे हैं वह ज्यादातर आ रहे हैं और जो बाकी बचे हैं वह 6 से 7 मार्च तक सब आ जाएंगे, मेरे ग्रुप के जो मोस्टली बच्चे थे वह सब वापस आ चुके हैं.'

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अंजलि सिंह ने कहा, 'जब मैं ट्रेवल कर रही थी तब न्यूज़ आ रही थी कि इलेक्ट्रिसिटी और फूड वगैरह बंद कर दिया जाएगा और नेटवर्क भी बंद कर दिया जाएगा बाकी अभी मुझे वहां की ज्यादा जानकारी नहीं  कि वहां क्या कुछ हुआ है लेकिन यह न्यूज़ आई थी. हमारे लिए भी फ्लाइट का टिकट अफॉर्डेबल नहीं था और मैं यही कहना चाहती हूं कि फ्लाइट के टिकट के प्राइस कम किए जाएं क्योंकि बहुत सारे बच्चे प्राइस की वजह से नहीं आ पा रहे हैं.'

(रिपोर्ट- बीएस आर्या)

 

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