
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में अपना संबोधन देंगे. यूनिवर्सिटी के शताब्दी वर्ष समारोह में होने वाला ये संबोधन काफी खास है, क्योंकि करीब पांच दशक बाद कोई प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में हिस्सा लेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से पहले AMU के पूर्व छात्र नेता नदीम अंसारी समेत अन्य कुछ छात्रों ने पीएम को चिट्ठी लिख कई मांगें रखी हैं.
छात्रों द्वारा यूनिवर्सिटी के ऐड बढ़ाने, यूपी सरकार द्वारा ली गई जमीन वापस दिलवाने, यूनिवर्सिटी का अल्पसंख्यक दर्जा बहाल करने जैसी मांगें रखी गई हैं. इसके अलावा अपील की गई है कि जो लोग AMU का नाम बदनाम करने में जुटे हैं, उनपर सख्त एक्शन हो.

आपको बता दें कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी कई बार सुर्खियों में बनी रहती हैं, जिसके पीछे कई तरह के कारण होते हैं. कभी कोई विवादित बयान हो या फिर कार्यक्रम, अक्सर AMU खबरों में रहता है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यहां संबोधन देना एक खास कार्यक्रम है.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले साल 1964 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री एएमयू (AMU) गए थे. लाल बहादुर शास्त्री ने एएमयू के दीक्षांत समारोह को संबोधित किया था.