दो सीटों से चुनाव जीते सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव मैनपुरी सीट छोड़ सकते हैं. दो जगह से निर्वाचित होने की स्थिति में 15 दिन के भीतर किसी एक सीट से इस्तीफा देना होता है. मुलायम सिंह यादव आजमगढ़ और मैनपुरी दोनों जगह से जीते हैं.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, सपा प्रमुख ने आजमगढ़ सीट की नुमाइंदगी करने का फैसला किया है. दरअसल वह वहां से कड़े मुकाबले में जीते हैं. यह सीट छोडऩे पर उपचुनाव में यहां पार्टी के किसी दूसरे उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करना समाजवादी पार्टी के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है. इसी वजह से यह फैसला हुआ है कि आजमगढ़ को रखा जाए और मैनपुरी सीट को छोड़ा जाए.
मैनपुरी से तेज प्रताप यादव उर्फ तेजू यादव को उम्मीदवार बनाया जा सकता है. तेजू सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के बड़े भाई रतन सिंह यादव के पुत्र रनवीर सिंह यादव (अब स्वर्गीय) के पुत्र हैं. तेजू सैफई के ब्लॉक प्रमुख तो हैं ही, साथ ही वह मुलायम सिंह यादव की मैनपुरी सीट के प्रभारी भी हैं. मैनपुरी लंबे अरसे से समाजवादी परिवार के लिए काफी सुरक्षित है. सैफई गाव और जसवंतनगर विधान सभा क्षेत्र इसमें शामिल है. यह सीट मुलायम सिंह यादव 3,64,666 वोटों से जीते हैं.