उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद जिले के कांठ थाना में उस समय हंगामा हो गया, जब बजरंग दल के कार्यकर्ता एक युवती को अपने साथ थाने लेकर पहुंचे. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का दावा था कि युवती को बहला-फुसलाकर काठ का रहने वाला राशिद लव जिहाद करके जबरन धर्म परिवर्तन कराने के बाद निकाह कर रहा है. हालांकि युवती का कहना था कि वो बालिग है और पांच महीने पहले ही कोर्ट मैरिज कर चुकी है.
इसके कुछ देर बाद थाने में युवती की मां भी पहुंच गई और उन्होंने राशिद और उसके भाई के खिलाफ लव जिहाद में फंसा कर धर्म परिवर्तन कराए जाने की तहरीर थाना पुलिस को दी. इसका संज्ञान लेते हुए पुलिस ने विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 3/5 के तहत केस दर्ज कर लिया और आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्यवाही शुरू कर दी है. धर्म परिवर्तन को लेकर कानून बनने के बाद मुरादाबाद में ये पहला मामला सामने आया है. युवती बिजनौर की रहने वाली है.
कांठ तहसील में उस समय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया जब बुर्के में खड़ी युवती से उसका नाम पूछा गया. युवती ने अपना नाम पिंकी बताया था. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का आरोप था कि युवती से जबरन लव जिहाद कर राशिद उसका धर्म परिवर्तन करा कर शादी कर रहा है.
हंगामा की सूचना जैसे ही मिली पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए. इसके बाद पुलिस ने पूरे प्रकरण की पड़ताल शुरू कर दी. युवती की मां की तहरीर पर राशिद और उसके भाई सलीम पर प्रेम जाल में पर फंसाकर जबरन धर्म परिवर्तन के आरोप में पुलिस ने उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 3/5 के तहत केस दर्ज कर लिया है.
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एसपी (ग्रामीण) विद्या सागर मिश्रा ने बताया कि बिजनौर की एक महिला ने कांठ थाना क्षेत्र के दो युवकों पर आरोप लगाया है कि उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन कराकर शादी का प्रयास किया जा रहा है. इस संबंध में उत्तर प्रदेश विरुद्ध धर्म परिवर्तन अध्यादेश 2020 के अंतर्गत धाराओं के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया है. दो नामजद अभियुक्त हैं उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की गई है. आगे की कार्रवाई की जा रही है.
वहीं जब युवती से बात की तो उसका कहना था कि उसने अपनी मर्जी से 5 महीने पहले ही युवक राशिद से कोर्ट मैरिज कर ली है और वह बालिग है और 22 साल की है.
महिला का नहीं कराया गया गर्भपात
इस बीच खबर आई कि महिला को नारी निकेतन भेज दिया गया और उसका गर्भपात करा दिया गया. उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग ने खबर को झूठा करार दिया. उनका कहना है कि आज सुबह महिला का मेडिकल किया गया. इसकी रिपोर्ट के मुताबिक गर्भ में शिशु स्वस्थ है. आयोग का कहना है कि ये सरकारी संस्था को बदनाम करने की कोशिश है.
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