रेल राज्यमंत्री और गाजीपुर के सांसद मनोज सिन्हा ने अपने सरकार के एक साल पूरा होने के अवसर पर अपने संसदीय क्षेत्र गाजीपुर के स्थानीय रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए वाई-फाई सेवा शुरू की.
इसी मौके पर उन्होंने गाजीपुर घाट स्टेशन पर रेलवे के पार्सल गोदाम की नवीनतम ईकाई 'पेरिशेबल कार्गो' (हरी सब्जियों, खाने पीने संबंधित चीजों को ताजा रखने वाले कोल्ड स्टोरेज) की आधारशिला रखी. इसके साथ ही साथ जनपद और पूरे पूर्वान्चल के सर्वांगीण विकास की बात पर विशेष बल दिया.
अपने एक साल के कार्यकाल का लेखा-जोखा प्रस्तुत करते हुए सिन्हा ने बताया कि रेलवे का कायाकल्प करने के लिए मैं दृढ़ संकल्पित हूं. इसके लिए मैं हर संभव प्रयास कर रहा हूं. रेलवे के आधारभूत ढांचे को परिवर्तित कर उसे आधुनिकीकरण करके आमजन के लिए उपलब्ध कराना ही केन्द्र सरकार की पहली प्राथमिकता है.
उन्होंने बताया कि इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साढ़े आठ लाख करोड़ रुपये का निवेश रेल में करने का निर्णय लिया है. इसके अलावा स्टील इंडिया, कोल इंडिया मंत्रालय ने एक लाख करोड़ रुपये का निवेश तथा एलआईसी ने डेढ लाख करोड़ रुपये का निवेश करने का निर्णय लिया है. इस धनराशि से रेल पटरियों का दोहरी, तिहरी तथा चौथीकरण लाइन विछाने का कार्य होगा.
इसके अलावा रेल के अन्य संसाधनों का विकास किया जाएगा. गाजीपुर जिले में रेल मंत्रालय की तरफ से लगभग दो हजार करोड़ रुपये की लागत से अनेक परियोजनाए शुरू की जाएंगी, जिसमें छपरा, गाजीपुर, इलाहाबाद रेल लाइन का दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण का कार्य, गाजीपुर सिटी स्टेशन, जमानियां, गहमर, सादात, जखनियां, दुल्लहपुर स्टेशनों का आधुनिकीकरण का कार्य, जोनल ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना, महाराजगंज, नंदगंज, सैदपुर तथा जमानियां में रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण एवं जिले की सबसे बड़ी परियोजना गंगा पर रेलवे द्वारा ब्रिज बनाकर मऊ से जोड़ना शामिल है.