
कोरोना वायरस की महामारी के बीच देशभर में ऑक्सीजन की किल्लत हो गई है. देशभर में महामारी के बीच ऑक्सीजन को लेकर हायतौबा मच गई. कोर्ट ने सख्त रूख अख्तियार किया तब हरकत में आई सरकार ने ऑक्सीजन की समय रहते आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाई और ट्रेन पर लोडकर ऑक्सीजन टैंकर दूसरी जगहों पर भेजे गए और वहां से ऑक्सीजन मंगाए जाने की शुरुआत हुई है.
यूपी में भी ऑक्सीजन की भारी किल्लत थी लेकिन ऐसे में राजधानी से एक राहत भरी खबर सामने आई है. झारखंड के बोकारो भेजे गए खाली ऑक्सीजन टैंकर ऑक्सीजन लेकर ट्रेन के जरिए लखनऊ पहुंच गए हैं. लखनऊ आए टैंकर की ऑक्सीजन अस्पतालों में भेजी जा रही है. इस संबंध में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि जो दो ऑक्सीजन टैंकर हैं वे उतर गए हैं. दो दिन पहले यहीं से ये टैंकर सुबह 9 बजे बोकारो भेजे गए थे.
अवनीश अवस्थी ने कहा कि रेलवे के सहयोग से हम कम समय में ऑक्सीजन लेकर आने में सफल हुए हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का निर्देश था कि ऑक्सीजन सप्लाई बेहतर करें. इसी कारण ऑक्सीजन टैंकर ट्रेन पर चढ़ाकर,जल्दी से जल्दी बोकारो भेजे गए थे. अवस्थी ने कहा कि जो टैंकर आने में चार दिन का समय लगता, उसे हम दो दिन में ही ले आए हैं.

अपर मुख्य सचिव गृह ने कहा कि अब आगे की व्यवस्था डीएम बनाएंगे कि कैसे और किन अस्पतालों को ऑक्सीजन देनी है, ये व्यवस्था डीएम देखेंगे. अवस्थी ने यह भी कहा कि सुबह पांच बजे एक और ट्रेन चार टैंकर लेकर ऑक्सीजन लाने के लिए बोकारो रवाना हो चुकी है. तीन टैंकर और जल्द ही लखनऊ से बोकारो भेजे जाएंगे. वहीं, एक ऑक्सीजन टैंकर के ड्राइवर रवींद्र ने भी अपने अनुभव साझा किए.
रवींद्र ने कहा कि ऑक्सीजन टैंकर बोकारो से लेकर आने में सड़क मार्ग से 36 घंटे का समय लगता लेकिन ट्रेन से इसे महज 16 घंटे में ही ला दिया गया. समय की बचत हुई है. गौरतलब है कि सड़क मार्ग से ऑक्सीजन टैंकर पहुंचने में लगने वाले अधिक समय को देखते हुए सरकार ने ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाने का ऐलान किया था.