उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इमामबाड़ा ना केवल विश्व भर के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है बल्कि मुस्लिम समुदाय के लिए आस्था का एक केंद्र भी है. पर जबसे इसी इमामबाड़े में एक युवती के डांस का 30 सेकेंड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, तबसे यहां घमासान छिड़ गया है.
इमामबाड़े के रखरखाव का जिम्मा हुसैनाबाद ट्रस्ट के अधीन होता है और लखनऊ के जिलाधिकारी हुसैनाबाद ट्रस्ट का चेयरमैन होता है.
इस समय चेहल्लुम का समय है और शिया मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी तादाद में चेहल्लुम के मौके पर इमामबाड़ा में मजलिस करते हैं. लेकिन जबसे यह वीडियो वायरल हुआ है तमाम मुस्लिम धर्मगुरुओं ने जिला प्रशासन पर सवाल खड़े किए हैं और कार्रवाई नहीं करने को लेकर विरोध जता रहे हैं.
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इमामबाड़ा की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के सेक्रेटरी मौलाना यासूब अब्बास समेत तमाम धर्मगुरुओं ने इस वीडियो के वायरल होने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. इन सभी ने इमामबाड़ा में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं.
यासूब अब्बास ने आजतक को बताया कि इमामबाड़े की पवित्रता को रौंदा जा रहा है और इमामबाड़े टूरिस्ट डेस्टिनेशन नहीं होते बल्कि धार्मिक जगह होते हैं. उन्होंने यहां तक कह डाला कि बड़े इमामबाड़े में टूरिस्ट के आने पर फौरन रोक लगाई जानी चाहिए.
शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास ने भी पूरे प्रकरण की निंदा की है. उन्होंने कहा कि इमामबाड़ों की पवित्रता भंग नहीं होनी चाहिए और इसीलिए वीडियो की जांच कराकर युवती पर कार्रवाई की जानी चाहिए.
सुन्नी धर्मगुरु मौलाना सुफियान निजामी ने भी इस तरह के वीडियो पर आपत्ति दर्ज कराई और आजतक से कहा कि उन्होंने भी जिला प्रशाासन से कार्रवाई की मांग की है.