उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा (Lakhimpuri Kheri Violence) के पीड़ितों से मिलने पहुंचीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित 11 नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इसमें प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और दीपेंद्र हुड्डा का भी नाम दर्ज है.
जानकारी के मुताबिक, प्रियंका गांधी के खिलाफ धारा 151, 107, 116 के तहत केस दर्ज करके उनको गिरफ्तार किया गया है. CRPC की धारा 116 के तहत SDM मामले की सुनवाई करेंगे. प्रियंका सोमवार सुबह से ही पीएसी गेस्ट हाउस में हैं. इसी गेस्ट हाउस को अस्थायी जेल बना दिया गया है और प्रियंका को यहीं पर गिरफ्तार करके रखा गया है.
गिरफ्तारी पर आए तीखे रिएक्शन
प्रियंका की गिरफ्तारी कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने शर्मनाक बताया. उन्होंने कहा, 'ये पूरी तरह से गैरकानूनी और शर्मनाक है. उन्हें सुबह 4:30 बजे, एक पुरुष पुलिस अफसर ने सूर्योदय से पहले गिरफ्तार कर लिया. उन्हें अभी तक मजिस्ट्रेट के पास नहीं ले जाया गया है.'
चिदंबरम ने आगे कहा, 'कानून के कई प्रावधानों का उल्लंघन किया गया है. उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था का मतलब अलग है. वहां कानून व्यवस्था का मतलब है आदित्यनाथ की व्यवस्था. ये उनके (प्रियंका) संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है.'
वहीं, कांग्रेस नेता नवजोत सिह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने ट्वीट कर लिखा, 'जब भी डाउट हो, सच्चाई के रास्ते पर चलें. अपने मूल्यों से कभी समझौता नहीं करें. और मोरल अथॉरिटी का नाम है प्रियंका गांधी.'
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, 'लखीमपुर हिंसा ने देश को हिलाकर रख दिया है. प्रियंका गांधी को यूपी सरकार गिरफ्तार कर चुकी है. यूपी में सरकार के दमन के खिलाफ संयुक्त विपक्ष की कार्रवाई की जरूरत है.'
प्रियंका ने एक वीडियो मैसेज भी जारी किया
पीएसी गेस्ट हाउस से ही आज सुबह प्रियंका ने एक वीडियो मैसेज भी जारी किया था. उन्होंने लखीमपुर हिंसा का गाड़ी से रौंदने वाला वीडियो दिखाते हुए प्रधानमंत्री मोदी से सवाल किया था कि इन्हें कब गिरफ्तार किया जाएगा. बता दें कि लखीमपुर हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री और उनके बेटे सवालों के घेरे में हैं.