उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के पीड़ितों से मिलने पहुंचीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है. प्रियंका गांधी ने बयान जारी कर कहा है कि ना मुझे कोई नोटिस मिला है, ना मुझे कोई जानकारी दी गई है. ना मुझे मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया है, और तो और मुझे अपने लीगल काउंसल से भी मिलने नहीं दिया जा रहा. प्रियंका ने कहा कि मैं अभी इस पर नहीं जा रही कि हमें किस तरह अभद्रता से हिरासत में लिया गया. अभी मैसेज से ही बताना चाह रही हूं कि किस गैर कानूनी ढंग से हमें कैद किया गया है.
उधर, प्रियंका गांधी के वकील वरुण चोपड़ा ने अभिषेक मनु सिंघवी की ओर से प्रतिनिधित्व करते हुए कहा कि मैं अपने क्लाइंट से नहीं मिल पा रहा हूं. कल रात से मैं यहां बैठा हूं. मुझे अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है. 36 घंटे से ऊपर हो गया है और मुझे मिलने नहीं दिया गया.
उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी को लेकर ना ही कोई कॉपी दी गई है, ना कोई नोटिस नहीं दिया गया ना कोई समन. 24 घंटे से ज्यादा कोई भी पुलिस डिटेन नहीं कर सकती. इस मसले पर CRPC क्लियर है. उन्होंने कहा कि प्रियंका के संवैधानिक अधिकारों का हनन हुआ है. आर्टिकल 22 बिल्कुल क्लियर है, उनको लीगल एड का अधिकार है. हमारे पास कोई कागज नहीं है आगे हम क्या करेंगे, हम तभी कहेंगे जब हमारे हाथ में कुछ आएगा.
प्रियंका गांधी के करीबी सूत्रों का कहना है कि प्रियंका के खिलाफ कोई नोटिस या आदेश जारी नहीं किया गया है. उन्हें एफआईआर तक नहीं दिखाई गई है. उन्होंने सोशल मीडिया पर कुछ कागज देखे हैं, जिसमें 11 लोगों के नाम है जिसमें से 8 लोग वहां मौजूद भी नहीं थे जब प्रियंका गांधी को गिरफ्तार किया गया. यहां तक कि उन्होंने राजकुमार और उसके साथी को भी गिरफ्तार किया है जो उनके कपड़े लेकर लखनऊ से आया था, वह वहां घर पर काम करता है. प्रियंका गांधी को मजिस्ट्रेट के सामने भी पेश नहीं किया गया है. ऐसा दावा उनके करीबी सूत्र कर रहे हैं. उनके वकील को भी नहीं मिलने दिया गया है जो सुबह से गेट पर खड़े हैं.