कुपवाड़ा में आतंकियों से मुठभेड़ में ग्रेनेडियर राहुल कुमार शहीद हो गए. सोमवार को उनके पैतृक घर बुलंदशहर में उनका अंतिम संस्कार किया गया, लेकिन मातम के इस माहौल में भी एक पिता का सीना गर्व से चौड़ा है. राहुल कुमार के पिता चाहते हैं कि उनका दूसरा बेटा भी देश की सेवा में जान न्योछावर करे. हालांकि उन्होंने मोदी सरकार पर सैनिकों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया है.
राहुल कुमार के पिता अपने शहीद बेटे का जिक्र करते हुए कहते हैं, 'मैंने उसे बड़ा किया और मिलिट्री स्कूल में दाखिल करवाया. सरकार के पास सैनिकों के लिए जरूरी और कड़े नियम नहीं हैं. उन्हें उचित आदेश नहीं दिए जाते और न ही हथियार ही दिए जाते हैं. सरकार खामोश रहती है. मेरे पास दूसरा बेटा भी है और मैं उसे भी देश के नाम पर कुर्बान करने के लिए तैयार हूं.'
दूसरी ओर, राहुल के भाई ने भी सरकार पर चोट करते हुए कहा कि उनके 'अच्छे दिन' आ गए हैं. राहुल के भाई ने कहा, 'सरकार कहती रहती है कि अच्छे दिन आने वाले हैं. हमारे अच्छे दिन आ गए हैं. नई सरकार के सत्ता संभालने के तीन महीने के बाद ही मेरे भाई की मौत हो गई. हमें इसके बदले पाकिस्तान के 100 सैनिकों को मार गिराना चाहिए.'