उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर की एक खाप पंचायत ने नाबालिगों के व्हॉट्सएप और फेसबुक इस्तेमाल करने का विरोध किया है और उनके मोबाइल फोन इस्तेमाल पर भी पाबंदी की मांग की है.
खाप नेता नरेश टिकैत ने कहा कि तकनीक का दुरुपयोग किया जा रहा है और यह पढ़ने वाले बच्चों पर असर डाल रही है. भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष राहुल अहलावत ने कहा, ‘हम कह रहे हैं कि लड़का हो या लड़की, उसे 18 साल की उम्र के बाद ही फोन दिया जाना चाहिए. वे फेसबुक, व्हॉट्सएप का इस्तेमाल कर रहे हैं और गंदी तस्वीरें देखते हैं.’ Whatsapp की ये बातें करती हैं हैरान
शोराम गांव में खाप की बैठक में भाग लेने वाले अहलावत ने कहा कि वे नाबालिगों द्वारा और खासतौर पर लड़कियों के लिए मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर पाबंदी चाहते हैं. महाराष्ट्र प्रताप संघर्ष समिति के नरेंद्र पुंढीर ने कहा, ‘हम व्हॉट्सएप तथा फेसबुक के इस्तेमाल का विरोध करते हैं और इसकी निंदा करते हैं. ये पश्चिमी सभ्यता को बढ़ावा दे रहे हैं और हम इसके खिलाफ हैं.’
टिकैत ने कहा, ‘यह प्रौद्योगिकी का युग है. यह अच्छी चीज है लेकिन इसका दुरुपयोग नहीं होना चाहिए. फेसबुक पर दोस्त बनाना, प्यार करना और फिर रिश्ता तोड़ देना. यह सब ठीक नहीं है. उन्हें इसका इस्तेमाल पढ़ाई तक सीमित रखना चाहिए और गलत इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.’ राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य शमीना शफीक ने कहा कि यह कदम पीछे ले जाने वाला है और अधिकारियों को खापों के साथ कड़ाई से निपटना चाहिए.