कानपुर हिंसा में अब तक 50 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. बताया जा रहा है कि शहर प्रशासन ने आरोपियों की 147 अवैध संपत्तियों की पहचान की है. माना जा रहा है कि जल्द ही इनपर बुलडोजर चल सकता है. इसी बीच कानपुर शहर के काजी मौलाना अब्दुल कुद्दूस हादी ने कहा है कि अगर कानपुर में बुलडोजर चला तो लोग कफन बांध करके बाहर भी निकल आएंगे.
दरअसल, कानपुर में मुस्लिम संगठनों ने 3 जून को बंद बुलाया था. मुस्लिम संगठन नूपुर शर्मा के पैंगबर मोहम्मद को लेकर दिए बयान का विरोध कर रहे थे. इस दौरान हिंसा फैल गई थी. पुलिस सीसीटीवी के आधार पर आरोपियों की पहचान कर रही है. पुलिस ने आरोपियों के पोस्टर भी लगाए थे.
पुलिस के मुताबिक, इस मामले में अब तक 50 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं, पोस्टर में शामिल 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों में से कुछ नाबालिग भी हैं. पुलिस सीसीटीवी के आधार पर उनकी भूमिका की जांच कर रही है. इसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी. पुलिस का कहना है कि कुछ लोगों ने खुद आकर सरेंडर भी किया है.
PFI कनेक्शन को लेकर 3 आरोपी गिरफ्तार
कानपुर हिंसा के मामले में PFI का कनेक्शन सामने आया है. इस वजह से 3 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. जानकारी के मुताबिक पुलिस ने सैफुल्लाह, मोहम्मद नसीम और मोहम्मद उमर को गिरफ्तार किया है. तीनों आरोपी सीएए और एनआरसी के दंगों में भी गिरफ्तार कर जेल भेजे गए थे. अब कानपुर हिंसा की जांच के दौरान तीनों का कनेक्शन सामने आया है. पुलिस के मुताबिक पिछले शुक्रवार को हुई हिंसा में इन तीनों ने पत्थरबाजों को जुटाने का काम किया था. ये तीनों हिंसा के मुख्य साजिशकर्ता जफर हयात हाशमी के संपर्क में थे. आरोपियों को पुलिस ने बेकनगंज थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है.
प्रशासन ने 147 इमारतों की पहचान की
पुलिस ने 147 ऐसी इमारतों की पहचान की है, जहां से पत्थरबाजी की गई थी. बताया जा रहा है कि सीसीटीवी से पहचान होने के बाद इन इमारतों की वैधता की जांच की जाएगी. इसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
गिरफ्तार लोगों में 90% मुस्लिम
कानपुर शहर के काजी मौलाना अब्दुल कुद्दूस हादी ने कहा, मुस्लिमों पर एक तरफा कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा, गिरफ्तार लोगों में 90% मुस्लिम हैं. बाकी सिर्फ 10% लोग गिरफ्तार हुए हैं.
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