उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज से निलंबित डॉक्टर कफील खान ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) को पत्र लिखा है. आईएमए और अन्य संस्थाओं को पत्र लिखकर डॉक्टर कफील ने अपना निलंबन खत्म कराने में मदद की गुहार लगाई है.
डॉक्टर कफील ने आईएमए के अलावा इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक (आईएपी), नेशनल नियोनाटोलॉजी फोरम (एनएनएफ), मेडिकल सर्विस सेंटर (एमएससी) को भी पत्र लिखे हैं.
डॉक्टर कफील ने पत्र में लिखा है कि कोर्ट और नौ अलग-अलग जांच में उन्हें मेडिकल नेग्लिगेंस और भ्रष्टाचार के आरोप से क्लीनचिट मिल चुकी है. इसके बावजूद वह पिछले तीन साल से निलंबित चल रहे हैं. उन्होंने साथ ही इस बात का भी उल्लेख किया है कि बीआरडी ऑक्सीजन हादसे में आरोपी रहे अन्य सभी डॉक्टरों को बहाल किया जा चुका है.
डॉक्टर कफील ने आईएमए और अन्य संस्थाओं को लिखे अपने पत्र में कहा है कि उन्होंने यूपी की संबंधित अथॉरिटीज को 25 बार से अधिक पत्र लिखकर अपना निलंबन रद्द करने का अनुरोध किया जिससे वे संकट की इस घड़ी में कोरोना वॉरियर की तरह काम कर सकें. इसके बावजूद न तो उनका निलंबन ही समाप्त किया गया और ना ही उन्हें नौकरी से ही निकाला जा रहा है.
गौरतलब है कि डॉक्टर कफील खान पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत कार्रवाई हुई थी. वे मथुरा जेल में बंद रहे थे. बता दें कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी के कारण कई बच्चों की मौत के बाद डॉक्टर कफील को निलंबित कर दिया गया था. इसके बाद उन पर कई आरोप लगे थे.