उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव में सुशासन बाबू (नीतीश कुमार) की जेडीयू भी उतरने जा रही है. जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव और यूपी प्रभारी केसी त्यागी ने आगामी पंचायत चुनाव और विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कही है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने हमें भेजा है. पहली कार्यकर्ता सभा की शुरुआत पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से होगी.
यूपी में अभी पंचायत चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं हुई है. लेकिन राजनीतिक दलों ने धीरे-धीरे कमर कसनी शुरू कर दी है. शिवसेना और आम आदमी पार्टी के बाद अब भाजपा की सहयोगी जेडीयू भी ताल ठोकने को तैयार हो गई है. इनके अलावा असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM, ओमप्रकाश राजभर के साथ मिलकर यूपी में चुनावी जमीन तलाश रही है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में पहली बार पंचायत चुनाव में राजनीतिक दल बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी कर रहे हैं. इसमें सत्ताधारी बीजेपी से लेकर कांग्रेस, सपा, बसपा, अपना दल, आम आदमी पार्टी और AIMIM सहित तमाम विपक्षी पार्टियां शामिल हैं. यही वजह है कि गांवों में पार्टी नेता आते-जाते नजर आ रहे हैं.
उत्तर प्रदेश की कुल 59,163 ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों का कार्यकाल 25 दिसंबर को पूरा हो गया. वहीं, 3 जनवरी 2021 को जिला पंचायत अध्यक्ष जबकि 17 मार्च को क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष का कार्यकाल पूरा हो गया. ऐसे में प्रदेश में एक साथ ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, 823 ब्लॉक के क्षेत्र पंचायत सदस्य और 75 जिला पंचायत सदस्यों के 3200 पदों पर चुनाव कराए जाने हैं.