केंद्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने आरोप लगाया कि सपा ने जनता से बिजली कटौती नहीं करने के वायदे किये थे. लेकिन प्रदेश की कुर्सी पर बैठते ही जनता से किये वायदों को भूल गये.
एक माह के अंदर उत्तर प्रदेश की सपा सरकार के खिलाफ दूसरी बार धरने पर बैठे कानपुर के सांसद जायसवाल ने कहा कि अगर सपा सरकार ने बिजली सहित अन्य लोक लुभावन वायदे पूरा नहीं करती है तो कुर्सी पर बिठाने वाली जनता आने वाले चुनावों में उन्हें सबक भी सिखायेगी.
उन्होंने कहा कि उनका धरना प्रदेश सरकार को उसके वायदों को याद दिलाने के लिये है, जो उन्होंने बिजली को लेकर जनता से किये थे.
यहां किदवईनगर चौराहे पर जायसवाल सुबह करीब 11 बजे से धरना दे रहे है. वहां पर कुछ देर के लिये अफरातफरी का माहौल भी रहा, क्योंकि समाजवादी पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने जायसवाल के धरने का विरोध किया.
जेपीसी रिपोर्ट पर सवाल पर जायसवाल ने कहा कि जब तक रिपोर्ट संसद में पेश नहीं हो जाती और उसे पढ़ नहीं लेते तब तक नैतिकता के आधार पर कुछ कह नहीं सकते. उन्होंने कहा कि मीडिया को भी चाहिये कि वह जब तक रिपोर्ट को देख न ले अटकलों के आधार पर कुछ न कहें.
सपा कार्यकर्ताओं ने जायसवाल को काले झंडे दिखाने और उनका पुतला फूंकने का भी प्रयास भी किया. इस बीच पुलिस और सपा कार्यकर्ताओं में थोड़ी बहुत धक्का-मुक्की भी हुई लेकिन थोड़ी देर बाद मामला शांत हो गया और उसके बाद धरना शांतिपूर्वक चला.
जायसवाल ने सपा पर कटाक्ष करते हुये कहा कि पिछली सरकार में जब बिजली नहीं आती थी तो समाजवादी पार्टी धरना प्रदर्शन करती थी और जनता से वायदा करती थी कि जब उसकी सरकार आयेगी तो सबको भरपूर बिजली मिलेगी. लेकिन सरकार में आते ही पार्टी अपने सारे वायदे भूल गयी है.