ताजमहल में कोई भी विदेशी शुक्रवार को नमाज पढ़ने के लिए प्रवेश नहीं कर सकता. जुमे की नमाज के लिए आने वाले देशवासियों को भी पहले अपना परिचय पत्र दिखाना होगा. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीक्षण पुरातत्वविद् ने 26 दिसंबर को इस बारे में एक आदेश जारी किया है.
इस आदेश की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि 20 दिसंबर को ताजमहल में दिल्ली निवासी सलीम नमाज पढ़ने के बहाने छह बांग्लादेशियों को लेकर प्रवेश कर गया था. रॉयल गेट पर सीआईएसएफ के कर्मचारी ने दबोचा तो इसकी जानकारी पर हड़कंप मच गया. उसी दौरान सवाल उठा कि ताजमहल में कोई विदेशी शुक्रवार को नमाज पढ़ सकता है या नहीं?
गुरुवार को एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद् एनके पाठक ने बताया कि महानिदेशक का आदेश है कि किसी भी विदेशी का शुक्रवार के दिन नमाज के लिए भी प्रवेश प्रतिबंधित है. देशवासी नमाज पढ़ना चाहें तो उनको पहचान पत्र सीआईएसएफ या एएसआई के कर्मचारी को दिखाना होगा. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने इंतजामिया और अमन कमेटी को ताजमहल से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. ताजमहल प्रभारी मुनज्जर अली ने बताया कि ताजमहल में शुक्रवार को कौन प्रवेश करेगा या नहीं इसकी जिम्मेदारी एएसआई और सीआईएसएफ की है, अमन कमेटी या इंतजामिया कमेटी की नहीं.