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सर्जरी कर महिला के गले से निकाला 1.5 किलो का ट्यूमर, डॉक्टर ने बताया कितना खतरनाक था ऑपरेशन?

गोरखपुर में डॉक्टरों ने एक महिला की जटिल सर्जरी कर उसे नई जिंदगी दी है. डॉक्टरों ने सर्जरी कर महिला के गले से डेढ़ किलो का ट्यूमर निकाला है. डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे ऑपरेशन से मरीज को कई दिक्कतें होने का डर भी रहता है, लेकिन ये सर्जरी सफल रही और मरीज को कोई परेशानी नहीं हुई.

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सफल ऑपरेशन के बाद डॉक्टर के साथ चिंता देवी.
सफल ऑपरेशन के बाद डॉक्टर के साथ चिंता देवी.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • डेढ़ किलो का ट्यूमर निकाला गया
  • ऑपरेशन में कई तरह की चुनौतियां थीं

शाही ग्लोबल अस्पताल के डॉक्टरों ने कमाल कर दिखाया है. उन्होंने एक महिला की जटिल सर्जरी कर उसे नई जिंदगी दे दी है. डॉक्टरों ने सर्जरी कर महिला के गले से डेढ़ किलो का ट्यूमर निकाल दिया है. डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे ऑपरेशन से मरीज को कई तरह की दिक्कत होने का खतरा भी रहता है, लेकिन ये सर्जरी सफल रही और मरीज को कोई परेशानी नहीं हुई.

दरअसल, चिंता देवी देवरिया जिले के करकहटी, परसिया की रहने वाली हैं. उनके गले में थायरॉइड की ग्रंथि में ट्यूमर हो गया था, जो बढ़कर डेढ़ किलो का हो गया था. इस ट्यूमर को निकलवाने के लिए चिंता देवी गोरखपुर, लखनऊ और दिल्ली का भी चक्कर काट चुकी थीं, लेकिन कहीं सफलता नहीं मिली. 

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आखिर में चिंता देवी थक-हारकर गोरखपुर के शाही ग्लोबल अस्पताल पहुंची, जहां उनका सफल ऑपरेशन किया गया. अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. शिव शंकर शाही ने बताया कि जब वो मरीज उनके पास आई और उन्होंने कहा कि यहां उनका ऑपरेशन हो सकता है तो मरीज को इस बात का भरोसा ही नहीं हुआ. क्योंकि वो महिला चारों तरफ से थक-हारकर और निराश होकर आई थीं, इसलिए उन्होंने ऑपरेशन की इजाजत दे दी.

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इस अस्पताल के डॉक्टर भूपेंद्र प्रताप सिंह और डॉक्टर शिव शंकर शाही ने ये ऑपरेशन किया. उन्होंने बताया कि इतने बड़ी ट्यूमर का ऑपरेशन करने से कई बार सांस की नली ब्लॉक हो जाती है. मरीज बोल नहीं पाता है या फिर जिंदगी भर सांस का रास्ता गले से बनाकर रहना पड़ता है. लेकिन ये ऑपरेशन सफल रहने से मरीज को कोई परेशानी नहीं हुई.

 

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