गोरखपुर के चिड़ियाघर में रविवार को एक शेर और शेरनी को लाया गया. गिर वन्यजीव अभयारण्य गुजरात से लाए गए एवं इटावा स्थित लॉयन सफारी पार्क में पले-बढ़े बब्बर शेर पटौदी और मरियम को चिड़ियाघर में लाया गया. वन्य जीवों के अलावा विशाल वेटलैंड, इंडोर बटरफ्लाई, वाक थ्रू एवीयरी और ओडीओपी शोकेस जैसी खूबियों से पूरे देश में बेमिसाल बनने जा रहे इस चिड़ियाघर का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जल्द ही करेंगे. इस सिलसिले में तैयारियां जोरों पर हैं. अब तक इस ज़ू में 54 वन्य जीवों को लाया जा चुका है.
शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणी उद्यान यानी गोरखपुर के चिड़ियाघर में गिर वन्यजीव अभयारण्य, गुजरात से लाए गए एवं इटावा स्थित लायन सफारी पार्क में पले बढ़े बब्बर शेर पटौदी और बब्बर शेरनी मरियम को रविवार की सुबह 7.30 बजे लाया गया. कड़ी सुरक्षा के बीच प्राणी उद्यान के निदेशक एच राजा मोहन और राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर डीबी सिंह की मौजूदगी में दोनों को बाड़ों में प्रवेश कराया गया.
केंद्रीय प्राणी उद्यान प्राधिकरण के दिशानिर्देश के मुताबिक दोनों को उनके बाड़ों में ही क्वारंटीन किया गया है. इन दोनों बब्बर शेर के आगमन के साथ प्राणी उद्यान में कुल 54 वन्यजीव पहुंच चुके हैं. 8 वर्षीय बब्बर शेर पटौदी और 15 वर्षीय मादा बब्बर शेरनी गिर गुजरात के जंगलों से लाकर उत्तर प्रदेश की आबोहवा में ढलने के लिए 18 माह से इटावा लायन सफारी में रखे गए थे.
गोरखपुर चिड़ियाघर में बब्बर शेर के आगमन के साथ ही ज़ू को लेकर लोगों में कौतूहल बढ़ गया है. हेरिटेज फाउंडेशन के ट्रस्टी नरेंद्र कुमार मिश्र और रीबर बैंक स्टूडियो के वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर अनिल कुमार तिवारी कहते हैं कि गोरखपुर में चिड़ियाघर होने से वन्य जीवों के प्रति छात्रों का ज्ञान बढ़ेगा. वे जागरूक होंगे तो उनके प्रति प्यार और आकर्षण की भावना भी बलवती होगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यकीनन पूर्वांचल वासियों को प्राणी उद्यान बना कर एक बड़ा तोहफा दिया है. गोरखपुर अब देश के पर्यटन मानचित्र पर चमकने को तैयार है. चिड़ियाघर की इसमें बड़ी भूमिका होगी. कायाकल्प के बाद निखर उठे रामगढ़ ताल में सी-प्लेन संचालित करने की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की योजना है.
अंतर्राष्ट्रीय वॉटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स भी निर्मित किया जा रहा है. इन सब के कारण कुशीनगर महात्मा बुद्ध के परिनिर्वाण स्थल के लिए आने वाले पयर्टक गोरखपुर में बिना इन सबको देखे नहीं जाएंगे. ऐसे में रोजगार और स्वरोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी. होटल, रेस्टोरेंट और बाजार के कारोबार में भी इजाफा होगा.