पूर्वी उत्तर प्रदेश में बाढ़ से प्रभावित गांवों और वहां फंसे लोगों को राहत सामग्री पहुंचाने के साथ-साथ उनके बचाव इंतजामों को देखने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को स्वयं निकल पड़े. उन्होंने बहराइच के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर वहां की स्थितियों का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने वहां फंसे लोगों को राहत और भोजन सामग्री भी वितरित की. राहत कार्य में जुटे अधिकारियों के साथ बैठक कर राहत और बचाव कार्य की समीक्षा की. उन्होंने अधिकारियों को बाढ़ में फंसे मानव जीवन के साथ पशुओं को बचाने के लिए किसी प्रकार की कमी नहीं छोड़े जाने के निर्देश भी दिये.
3 दिनों तक पूर्वी यूपी में सीएम योगी खुद बहराइच, गोंडा, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महारागंज, गोरखपुर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करेंगे. वहां की स्थिति का जायजा लेने के बाद अधिकारियों से मिलेंगे और राहत व बचाव कार्य की कार्ययोजना बनाएंगे. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को हर कीमत पर बचाने में जुटी राज्य सरकार ने युद्ध स्तर पर सरकारी अमला लगा दिया है. राहत और बचाव कार्य को तेजी से चलाकर जल्द स्थितियां को सुधारने का लक्ष्य रखा गया है.
सीएम योगी ने बहराइच जिले का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद अधिकारियों से कहा कि वह ये सुनिश्चित करें कि जो फसल की हानि हुई है. धान, गन्ने की खड़ी फसल के साथ सब्जियों की भी नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में हानि हुई है. उसका आकलन करें और तत्काल व्यापक सर्वे करके राहत सामग्री के साथ-साथ सहायता राशि के भी वितरण की कार्रवाई समय पर करें.
#WATCH | Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath conducts aerial survey of flood-hit areas in Siddharthnagar district pic.twitter.com/iOicJxi1nR
— ANI UP (@ANINewsUP) September 4, 2021
प्रदेश सरकार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में मानव जीवन के साथ पशुओं की जान बचाने के संकल्प को दोहराते हुए 1001 मेडिकल टीमें गठित कर दी हैं. 1131 बाढ़ शरणालय बनाए हैं. जबकि 1321 बाढ़ चौकियां स्थापित की हैं. बचाव कार्य में लगीं 5811 नाव और 353 मोटर बोट भी लगाई है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की मदद से 36786 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है. बाढ़ शरणालयों में बाढ़ प्रभावित इलाकों से आए लोगों के रहने, खाने-पीने की उचित व्यवस्था की गई है.
सरकार का दावा है कि सरकार बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों को ड्राई राशन किट, लंच पैकेट के साथ तिरपाल भी वितरित कर रही है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से राहत कार्य करते हुए सरकार अभी तक 107608 ड्राई राशन किट, 421834 लंच पैकेट और 98420 से अधिक त्रिपाल वितरित कर चुकी है. इसके साथ ही 101693 पीने के पानी के पाउच और 173194 से अधिक ओआरएस के पैकेट और 1565873 क्लोरीन के टैबलेट भी वितरित किये हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों मे फंसे लोगों के लिए प्रदेश में कुल 1131 से अधिक बाढ़ शरणालय बनाए हैं और 1321 से अधिक बाढ़ चौकियां स्थापित कर दी गई हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे पशुओं को बचाने के लिए 1200 पशु शिविर बनाए हैं और 757099 पशुओं का टीकाकरण कर दिया है.