उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में सोमवार को अचानक एक पुल भरभरा कर गिर गया. घटना सुबह करीब 3 बजे की है. रिपोर्ट के मुताबिक शाहजहांपुर के कोलाघाट में इस पुल का निर्माण साल 2008 में करीब 11 करोड़ रुपये की लागत से करवाया गया था.
सेतु निगम ने इस पुल को बनाकर लोक निर्माण विभाग को हैंडओवर कर दिया था. पुल गिरने को लेकर जिलाधिकारी ने कहा कि PWD विभाग और सेतु निगम की टीम इस पुल का अध्ययन कर रही है. पुल टूटने के बाद तत्काल पैंटून पुल या कोई अन्य संभावना तलाशी जा रही है ताकि उस जगह यातायात को बहाल किया जा सके.
पुल के गिरने से उस इलाके के लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं. लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. इस पुल के टूट जाने की वजह से अब 5 किलोमीटर की यात्रा के लिए लोगों को 60 किलोमीटर तक जाना पड़ेगा.
साल 2008 में पुल बन जाने के बाद से 60 किमी की दूरी सिकुड़ कर महज पांच किमी रह गई थी. पुल का इस्तेमाल जलालाबाद से कलान जाने के लिए किया जाता था. इससे पहले लोगों को कलान जाने के लिए अल्लाहगंज होते हुए जाना पड़ता था जिसमें दूरी 60 किलोमीटर तक बढ़ जाती थी.
पुल गिरने के बाद युवजन सभा (समाजवादी पार्टी) के प्रदेश सचिव रामवीर सोमवंशी ने कहा कि इस पुल का शुभारंभ 2006 में नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने किया था.
उन्होंने आरोप लगाया कि बसपा सरकार में यह पुल मानक के खिलाफ जाकर बनाया गया था इसलिए समय से पहले यह ढह गया. उन्होंने कहा, बसपा सरकार ने जहां- जहां पुल बनवाए हैं वहां यही दशा हुई है जो भ्रष्टाचार का प्रतीक है.
ये भी पढ़ें: