बीजेपी की जांच टीम ने यूपी के राज्यपाल को कैराना मामले की रिपोर्ट सौंप दी है. बीजेपी ने इस पूरे प्रकरण की सीबीआई से जांच कराए जाने की मांग की है. बीजेपी डेलीगेशन के प्रमुख बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद मीडिया से कहा कि कैराना में बड़े पैमाने पर पलायन हुआ है. उन्होंने कहा कि पलायन की बड़ी वजह पीड़ितों को न्याय नहीं मिलना है, क्योंकि भय और आतंक फैलाकर उनसे रंगदारी वसूली जाती है.
रंगदारी वसूले जाने से लोग खौफजदा
बीजेपी ने अखिलेश सरकार ने मांग की है कि वो जितने परिवारों का पलायन हुआ है, उन्हें सुरक्षा के साथ वापस लाए. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की मानें तो कैराना में पिछले कई सालों से कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत दयनीय है. खुलेआम प्रशासन और पुलिस की नाक के नीचे लोगों से रंगदारी वसूली जाती है. शिकायत के बावजूद पुलिस-प्रशासन पीड़ितों को न्याय दिलाने में नाकाम रहा है. क्योंकि सरकार की तरफ से माफियाओं को संरक्षण प्राप्त है.
शिवपाल से लगाए बीजेपी पर गंभीर आरोप
उधर, सपा सरकार के कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव ने कहा कि कैराना में कोई पलायन नहीं हुआ है, बल्कि इसमें बीजेपी के लोग माहौल खराब कर रहे हैं. शिवपाल ने पलटवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बताएं कि गुजरात दंगों के दौरान वहां कितना पलयान हुआ. वहीं कैराना में जांच को लेकर सपा सरकार 5 संतों की टीम मौके पर भेज रही है. शिवपाल ने कहा कि संतों की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
बीजेपी जांच दल ने किया था कैराना का दौरा
गौरतलब है कि कैराना मामले पर बीजेपी अपने बयान पर कायम है. कैराना में 15 जून को बीजेपी को जांच दल गया था. राज्यपाल राम नाइक को रिपोर्ट सौंपने के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि उन्हें आश्वस्त किया है कि इस रिपोर्ट के बारे में वे सरकार और राष्ट्रपति को अवगत कराएंगे.