मुजफ्फरनगर दंगों के बाद कांग्रेस ने राज्य सरकार से कहा है कि बीजेपी के प्रधानमंत्री उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के करीबी अमित शाह पर राज्य में बैन लगाया जाए. कांग्रेस ने ये मांग शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए की है.
कांग्रेस के प्रदीप माथुर ने कहा, 'अगर उत्तर प्रदेश सरकार राज्य को सांप्रदायिक झगड़ों और दंगों से बचाना चाहती है तो अमित शाह पर बैन लगाना चाहिए जैसे कि शांति और व्यवस्था वापस कायम की जा सके.'
माथुर के मुताबिक, 'जबसे शाह को उत्तर प्रदेश में बीजेपी का इनचार्ज बनाया गया है, तभी से राज्य में दंगों और झगड़ों का माहौल सा बन गया है. वोटरों को प्रभावित करने के लिए बीजेपी गुजरात मॉडल को यूपी में इस्तेमाल करना चाहती है.'
माथुर ने आरोप लगाया कि बीजेपी और शाह मुजफ्फरनगर में सांप्रदायिक माहौल बनाने के लिए गुजरात से अपने आदमियों को लेकर आए. लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी इस तरह की हरकतें कर रही है, और इसकी शुरुआत पश्चिमी उत्तर प्रदेश से की गई.
माथुर ने कहा, 'पहले बीजेपी विनाश का कारण बनती है और फिर विकास की बात करती है.' गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री उम्मीदवारी को लेकर माथुर ने कहा, 'वे दिन में प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं. ऐसे लोग सत्ता के लालची होते हैं. वे कभी कांग्रेसी नेताओं और उनके द्वारा देश के लिए किए गए बलिदानों तक नहीं पहुंच सकते हैं.'
माथुर ने कहा, 'मोदी प्रधानमंत्री और कांग्रेस पार्टी पर टिप्पणी करने में व्यस्त हैं, जबकि उनके राज्य के लोग बाढ़ के चलते मुश्किलों का सामना कर रहे हैं.'