
बलिया गोलीकांड पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विधायक सुरेंद्र सिंह के बयान से पार्टी हाईकमान नाराज हैं. लेकिन ऐसा लगता है कि बीजेपी विधायक को इससे कोई फर्क ही नहीं पड़ता है. कारण बताओ नोटिस मिलने के बाद भी बीजेपी विधायक के तेवर बरकरार हैं. उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट डाला है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि विपत्ति काल में अपने भाई और कार्यकर्ताओं को छोड़ना महापाप होता है. इसलिए हमने अपने धर्म का निर्वहन किया है और करता रहूंगा. चाहे इसके लिए मुझे कोई भी कठिनाई का सामना करना पड़े, वो मुझे सहर्ष स्वीकार होगा.
वहीं बीजेपी विधायक के बेटे विद्याभूषण सिंह हजारी ने भी एक फेसबुक पोस्ट डाला है. इसमें उन्होंने लिखा है कि जिन नेताओं को पद से प्यार है डरते रहे, हमें अपने कार्यकर्ताओं का सम्मान एवं प्रतिष्ठा ही प्यारी है. सत्य पराजित नहीं हो सकता.

दरअसल बलिया गोलीकांड के मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह के पक्ष में बयान देने पर पार्टी हाईकमान ने बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह को कुछ दिनों के लिए बलिया से दूर रहने को कहा था. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उत्तर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से बात करते हुए पूरे घटनाक्रम को लेकर नाराजगी व्यक्त की थी. उन्होंने विधायक सुरेंद्र सिंह को जांच से दूर रहने की सलाह देने को कहा था.
यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से जेपी नड्डा ने कहा कि विधायक सुरेंद्र सिंह, बलिया घटना की जांच में किसी प्रकार का दखल देने की कोशिश ना करें, नहीं तो पार्टी उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी. इससे पहले मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह के समर्थन में आए बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह को स्वतंत्र देव सिंह ने लखनऊ तलब किया था.
जेपी नड्डा के फोन के बाद बीजेपी ने विधायक सुरेंद्र सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
आरोपी के परिवार के बीच जाकर रोए थे विधायक
बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह पर आरोप है कि उन्होंने बलिया कांड के आरोपी धीरेंद्र सिंह के पक्ष में परिवार के साथ जाकर पुलिस से मुलाकात की थी. सुरेंद्र सिंह, धीरेंद्र सिंह के परिवार वालों के बीच जाकर रोए भी थे, जिसका वीडियो वायरल हुआ था. इसके बाद से ही बीजेपी पर आरोपी का साथ देने का आरोप भी लग रहा है.