अलीगढ़ में मासूम बच्ची की हत्या के मामले आज यानी बुधवार को पीड़ित परिवार ने शुद्धिकरण और मासूम की आत्मा की शांति के लिए हवन पूजा का आयोजन किया. इस दौरान बीजेपी सांसद सतीश गौतम और विधायक अनूप बाल्मीकि भी पहुंचे. इलाके में किसी तरह की अशांति न फैले इसके मद्देनजर पूरे इलाके में पुलिस बल और अर्धसैनिक बल की तैनाती की गई है. पुलिस अपनी नजर सोशल मीडिया पर भी बनाए हुए है. इलाके में धारा 144 अब भी लागू है.
गौरतलब है कि टप्पल में 30 मई को एक ढाई साल की बच्ची गायब हुई थी. दो जून को उसका क्षत-विक्षत शव घर से 100 मीटर दूर मिला. बच्ची के पिता ने पहले ही दिन हत्या का शक मुहल्ले के जाहिद पर जताया था. इस मामले में थाना प्रभारी सहित पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्रशासन ने कार्रवाई की है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आकाश कुलहरि के मुताबिक ढाई साल की बच्ची के अपहरण के बाद उसकी बरामदगी के लिए प्रयास नहीं किए गए. अभियुक्तों का पता लगाने और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास नहीं किए गए. कुलहरि ने बताया कि इन सब लापरवाही को लेकर थाना प्रभारी कुशलपाल सिंह, दरोगा सत्यवीर सिंह, अरविंद कुमार, शमीम अहमद और कांस्टेबल राहुल यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.
एडीजी (कानून-व्यवस्था) आनंद कुमार ने बताया, एसपी ग्रामीण की अगुआई में एसआईटी का गठन किया गया है. एक एक्सपर्ट, फॉरेंसिक टीम और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) की टीम भी जांच टीम का हिस्सा होगी, जो फास्ट ट्रैक कोर्ट की तर्ज पर मामले की जांच करेगी. एसपी देहात मणिलाल पाटीदार के नेतृत्व में खैर के सीओ पंकज श्रीवास्तव जांच करेंगे. तीन सप्ताह में एसआईटी अपनी रिपोर्ट देगी.