उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश में पिछले दिनों लगातार वर्षा होने से मची तबाही का जायजा लिया और प्रभावितों की पर्याप्त मदद किए जाने के निर्देश दिए.
अखिलेश यादव ने उत्तराखण्ड और नेपाल के पर्वतीय क्षेत्रों में भारी वर्षा के साथ-साथ बादल फटने के कारण फंसे यूपी के तीर्थयात्रियों व पर्यटकों के बारे में जानकारी हासिल की. उन्होंने नदियों में आई बाढ़ और प्रभावित जनपदों की जानकारी ली.
मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित व्यक्तियों की सहायता में किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए. उन्होंने कहा कि इस काम में किसी भी प्रकार की लापरवाही पाई जायेगी, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.
उन्होंने उत्तराखण्ड में आई आपदा के कारण प्रभावित व्यक्तियों के प्रति गहरी सहानुभूति और चिन्ता जताते हुए उत्तराखण्ड सरकार को भरोसा दिलाया है कि राहत-बचाव काम के लिये हरसंभव मदद दी जाएगी.
मुख्यमंत्री ने प्रभावित व्यक्तियों के जरूरी इलाज के लिए डॉक्टरों के एक दल को वहां भेजे जाने के निर्देश दिए हैं. इसी सिलसिले में डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ के 14 डॉक्टरों की टीम विमान से देहरादून के लिए 21 जून को रवाना होगी.
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड सरकार को 25 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा पहले ही कर चुके हैं. उन्होंने इस नाजुक घड़ी के मौके पर लोगों से अधिक से अधिक मदद करने की अपील की है.
मुख्यमंत्री ने प्रभावित पर्यटकों और तीर्थयात्रियों की सहायता के लिए हेल्पलाइन चालू किए जाने के निर्देश दिए. उन्होंने ने सभी मण्डलायुक्तों व जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि उत्तराखण्ड राज्य की प्राकृतिक आपदा में उत्तर प्रदेश के जो व्यक्ति और परिवार प्रभावित हुए हैं, उससे संबंधित सूचना राहत आयुक्त उत्तर प्रदेश अथवा हेल्पलाइन नंबरों के द्वारा तत्काल उपलब्ध कराई जाए.
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में नदियों का जलस्तर बढ़ने की आशंका को देखते हुए नदियों के फ्लड प्लेन जोन में रहने वाले लोगों को वहां से हटाकर ऊंचे सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाये जाने की व्यवस्था किये जाने के निर्देश दिये हैं.