समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शनिवार को कन्नौज में थे. जहां उन्होंने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ साधु बाबा हैं और वो लैपटॉप जैसी आधुनिक चीज के बारे में कोई जानकारी नहीं रखते, इसलिए उनके पास प्रदेश के छात्रों को लैपटॉप जैसी चीज बांटने की कोई योजना नहीं है.
कन्नौज में अखिलेश यादव ने कहा कि जितने लैपटॉप हमने कन्नौज में बांटे हैं, किसी भी घर में जाकर देख लीजिए. उससे बड़ा लैपटॉप दिया हो तो बता दो. हमारे सीएम बाबा हैं, वो लैपटॉप जानते नहीं क्या है, तो मिलेगा कैसे? और गंगा सफाई की नहीं, इसलिए ध्यान हटाने के लिए गंगा एक्सप्रेसवे ले आए.
A Yadav in Kannauj: Jitne laptop Kannauj mein baate hain,kisi bhi ghr mein ja kr dekh lijiye, usse bada laptop diya ho toh bata do. Hamare CM baba hain, vo laptop jante nahi hain kya hai,to milega kaise?Aur Ganga safai ki nahi, isliye dhyan hatane ke liye, Ganga expressway le aye pic.twitter.com/CUwByjqpRP
— ANI UP (@ANINewsUP) February 2, 2019
बता दें कि इससे पहले भी अखिलेश सीएम योगी पर इसी तरह से तंज कस चुके हैं. अक्टूबर 2017 में पूर्व सीएम ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि बीजेपी वाले गाय और गोबर के नाम पर वोट मांगकर जीत गए. साथ ही उन्होंने कहा था कि समाजवादी पार्टी की सरकार ने उत्तर प्रदेश में सड़कें बनवाई, एक्सप्रेस-वे बनवाए और लैपटॉप बांटे, लेकिन लोग बीजेपी वालों के बहकावे में आ गए.
गौरतलब है कि प्रदेश में समाजवादी पार्टी के शासन के दौरान लखनऊ से लैपटाप बांटने की शुरुआत 12 मार्च 2013 को की गई थी. जिसमें इंटर पास छात्र-छात्राओं को 15 लाख लैपटॉप बांटे जाने हैं जिनमें से लखनऊ, वाराणसी, फ़र्रूख़ाबाद और ग़ाज़ियाबाद में कुल मिलाकर करीब 50 हजार छात्रों को खुद सीएम ने हाथों से लैपटॉप बांटे थे.
उस वक्त के मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव ने लैपटॉप वितरण संबंधी सूचना संग्रहण और बांटने में देरी समेत शासकीय कार्यों में लापरवाही के चलते प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा जितेंद्र कुमार को निलंबित कर दिया था.
हालांकि, मुलायम सिंह ने नवंबर 2014 में पार्टी के राष्ट्रीय महिला सम्मेलन में बेटे अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा था कि लोकसभा चुनाव में अखिलेश के लैपटॉप की वजह से हारे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा था, 'मैंने मना किया था लैपटॉप मत बांटों, लैपटॉप की वजह से सपा लोकसभा में हारी है, लोग सपा द्वारा बांटे गए लैपटॉप पर मोदी का भाषण देखते थे.'