देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने हर तरफ हाहाकार मचा रखा है, इस बीच कुछ दिल दहला देने वाली घटनाओं ने दर्द को और भी बढ़ाया है. यूपी की राजधानी लखनऊ में होम आइसोलेशन में रह रहे एक शख्स और उसके बेटे की मौत हो गई. वहीं, दिव्यांग पत्नी करीब चार दिन तक घर में दोनों के शवों के साथ रही. शनिवार रात करीब आठ बजे भीषण दुर्गंध आने के बाद पड़ोसियों ने पुलिस को इस घटना की जानकारी दी और मौके पर पहुंचकर घर का दरवाजा तोड़कर दोनों शवों को बाहर निकाला. वहीं इस घटना के बाद दिव्यांग महिला दहशत में है. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
यह मामला कृष्णानगर की एलडीए कॉलोनी सेक्टर सी-एक का है. इस मोहल्ले में रहने वाले अरविंद गोयल अपने बेटे आशीष गोयल के साथ होम आइसोलेशन में रह रहे थे. घर में अरविंद की दिव्यांग पत्नी भी थीं. आसपास के लोगों का कहना है कि चार दिन से परिवार का कोई सदस्य घर के बाहर नहीं निकला था. चार दिन पहले ही अरविंद को घर के बाहर खड़ा देखा था. पड़ोसियों ने बताया कि लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण मोहल्ले के लोग भी घरों से बाहर कम ही निकलते हैं. इसलिए किसी का ध्यान अरविंद और उनके परिवार की तरफ नहीं गया.
शनिवार रात दुर्गंध आने पर इस घटना की पुलिस को सूचना दी गई. पड़ोसियों का कहना है कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि अरविंद और उनका बेटा आइसोलेशन में है. अरविंद की पत्नी को जब पुलिस और मेडिकल टीम ने बाहर निकाला तो वो काफी दहशत में थीं. उनके मुंह से ठीक से आवाज भी नहीं निकल रही थी.
इस दौरान वो काफी कमजोर भी हो चुकी थीं. अरविंद की पत्नी ने बताया कि कमरे में पति और बेटे का शव पड़ा देखकर वो चीखतीं रहीं. लेकिन मोहल्ले वालों ने उनकी आवाज नहीं सुनी. चलने फिरने में असमर्थ होने के कारण वह घर के बाहरी दरवाजे तक भी नहीं पहुंच सकीं.